रायपुर
राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई के द्वारा गुरुकुल महिला महाविद्यालय में दो दिवसीय नेत्र प्रशिक्षण के पहले दिन सोमवार को 200 छात्राओं ने नेत्र परीक्षण कराया। इस दौरान एएसजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने छात्राओं को आँखों में होने वाले बामारियों की बारिकियों के बारे में विस्तृत से जानकारी दी।
गुरुकुल महिला महाविद्यालय की प्रोग्राम आॅफिसर रात्रि लहरी ने बताया कि इस दो दिवसीय नेत्र शिविर के पहले दिन 200 से अधिक छात्रााओं ने अपना नेत्र परीक्षण कराया। जहां एएसजी हॉस्पिटल शंकर नगर से आए डॉक्टरों की टीम ने छात्राओं को बताया कि हमारी आँखें एक जटिल संवेदी अंग हैं, किसी भी प्रकार का नेत्र विकार बड़ी असुविधाएँ पैदा कर सकता है इसलिए हमें अपनी आंखों की देखभाल करना जरूर है। नेत्र विकार जो किसी की दृष्टि को प्रभावित कर सकता है इसलिए नियमित आंखों की जांच महत्वपूर्ण है। यदि हम ऐसा नही कर पाते है जिसके कारण आंखों की स्थायी स्थिति या अंधापन भी हो सकता है।
आई फ्लू के लक्षण के बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टरों ने बताया कि आँखों का लाल होना, आँखों में दर्द होना, सूजन आ जाना और इसके कारण धूल-मिट्टी या गंदगी हो सकती है। इसके अलावा यह संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैल सकता है और इसके उपचार के बारे में बारीकी से जानकारी दी गई। इस नेत्र शिविर में महाविद्यालय के बी. काम, बीएससी, बीबीए एवं पीजी डीसीए के छात्राएं एवं प्राध्यापक ने शिविर का लाभ उठाया। एएसजी हॉस्पिटल की टीम से सेंटर हेड ललित शर्मा, मार्केटिंग हेड सम्राट पाल, योगेश देवांगन, आॅप्टोमेट्रिस्ट विनोद कुमार, नर्स दिव्या पाल एवं एनएसएस स्वयंसेवक प्रगति तिवारी, सौम्य मिश्रा, ऐश साहू, कामना निर्मलकर, योगिता साहू, दिव्या सोनी उपस्थित थे