जयपुर। भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ में श्रद्धालुओं इस बार सीमित संख्या में ही जा पाएंगे। सरकार वहां की स्थिति देख कर ही श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति देगी। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उनका रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा। शनिवार को जयपुर में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में जानकारी दी। रावत ने बताया कि इस बार बर्फबारी बहुत ज्यादा हुई है। कई जगह 32 फुट तक बर्फ जमी हुई है। केदारनाथ में सर्दी भी बहुत ज्यादा है। ऐसे में इस बार वहां की स्थिति देखते हुए ही श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति दी जाएगी। अन्य स्थानों पर ज्यादा समस्या नहीं है, लेकिन केदारनाथ में विशेष व्यवस्था करेंगे। उन्होंने यह बताया कि किसी भी आपात स्थिति में बद्रीनाथ और केदारनाथ में लोगों के बचाव के लिए एयरलिफ्ट की सुविधा भी रहेगी। शुरूआत में पांच छह दिन तक श्रद्धालुओं के खाने पीने की व्यवस्था सरकार की ओर से की जाएगी। रावत ने कहा कि आज विदेशी पर्यटकों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। उत्तराखंड में दो साल पहले तक 2.80 करोड़ पर्यटक आते थे, लेकिन पिछले दो वर्ष में चार करोड़ से ज्यादा पर्यटक आए है। आज 16 हजार करोड़ की लागत से रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री तक के लिए रेलवे सर्वे का काम पूरा हो गया है। भारतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में नौ हजार करोड़ की लागत से सड़कों का निमाण होगा।