नई दिल्ली
मारे जा चुके माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पत्नियों (शाइस्ता परवीन और जैनब) की तलाश जारी है। इसी बीच खबर है कि शाइस्ता और जैनब की तलाश के बीच PuBG से हुए प्यार में पाकिस्तान से भारत आईं सीमा हैदर का एंगल भी सामने आया है। कहा जा रहा है कि सीमा के आने के चलते ही नेपाल में होने वाली जैनब की करोड़ों रुपये की डील अटक गई थी।
पहले समझें शाइस्ता और जैनब की प्लानिंग
कहा जा रहा है कि अब आर्थिक रूप से परेशान चल रहीं शाइस्ता और जैनब संपत्तियां बेचने की फिराक में हैं, जिसमें वकील विजय मिश्रा का नाम भी सामने आया है। हाल ही में पुलिस ने मिश्रा को गिरफ्तार किया है। अब एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मिश्रा ने पुलिस को जानकारी दी है कि वह प्रयागराज और लखनऊ में अतीक की बेनामी संपत्तियों के लिए खरीदार खोज रहा था, जिन्हें खरीदने के लिए नेपाल में रह रहा यूपी का एक माफिया सहमत हुआ।
ऐसी थी तैयारी
संपत्तियों की जानकारी और तस्वीर व्हाट्सऐप पर शेयर करने के बाद मिश्रा और माफिया में डील गई थी, लेकिन कहा जा रहा है कि खरीददार मिश्रा और शाइस्ता या जैनब में से किसी एक से बात करना चाहता था। कहा जा रहा है कि माफिया, जैनब और मिश्रा का मिलना लखनऊ में 26 जुलाई को तय हुआ था।
सीमा हैदर का एंगल
लखनऊ में होने वाली कथित 26 जुलाई की बैठक के लिए सभी पहुंचे, लेकिन माफिया का नेपाल से आना टल गया। यह सिलसिला करीब 3 दिनों तक जारी रहा। रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि मीटिंग बार-बार टलने की वजह सीमा गुलाम का नेपाल पहुंचना बताया गया, जिसके चलते बॉर्डर पर निगरानी बढ़ गई थी।
12 करोड़ रुपये का क्या मामला है?
खबर है कि इन बेनामी संपत्ति का सौदा 12 करोड़ रुपये में होना था। हालांकि, इसकी कई वजह हो सकती हैं। कहा यह भी जा रहा है कि शाइस्ता और जैनब उमर और असद को जेल से छुड़ाकर दोबारा साम्राज्य खड़ा करना चाहती हैं या वह विदेश भागने की तैयारी कर रही हैं।
सीमा हैदर की एंट्री
भारत के सचिन मीणा के प्यार में पाकिस्तान से सीमा करीब तीन से ज्यादा देशों की सरहदें पार करते हुए भारत आई थी। इनमें पाकिस्तान, यूएई और नेपाल शामिल हैं। फिलहाल, जांच एजेंसियों और पुलिस की निगाहें उसपर हैं और लगातार पूछताछों का दौर जारी है।