पटना
बिहार की राजधानी पटना में अगले दो साल के अंदर आसमान में एयर टैक्सी नजर आने लगे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। विश्व के कुछ चुनी हुईं कंपनियां इस पर काम कर रही है। इनमें से एक स्टार्टअप ‘विमानिका एयरोस्पेस’ भी शामिल है। कंपनी पटना आईआईटी की मदद से एयर टैक्सी को लेकर शोध एवं विकास का काम कर रही है। विमानिका एयरोस्पेस के संस्थापक मनीष दीक्षित का दावा है कि उनकी एयर टैक्सी प्रोजेक्ट की तकनीक तैयार है। फंड आने के बाद इसका प्रोटोटाइप बनाकर इस प्रोजेक्ट को तेजी से आगे बढ़ाएंगे। वे बताते हैं कि ड्रोन टैक्सी का बाजार देश में 1 ट्रिलियन रुपये का अनुमानित है।
स्टार्टअप कंपनी की स्थापना नवंबर 2022 में हुई है। बीते सात माह में ही कंपनी ने 3 करोड़ रुपये का कारोबार कर लिया है। कंपनी का वैल्यू सौ करोड़ रुपये हो गया है। दो साल में वैल्यू 600 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। विकास का श्रेय कंपनी संस्थापक ने राज्य सरकार की स्टार्टअप पॉलिसी, उद्योग विभाग के अधिकारियों और सेन्ट्रल बैंक के अधिकारियों को दिया है।
बिहार सरकार और बैंक से मिला फंड
नवंबर 2022 में ड्रोन स्टार्टअप के लिए मनीष दीक्षित को राज्य के स्टार्टअप योजना के तहत 10 लाख रुपये का फंड मिला। इसके बाद सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की नया टोला शाखा के मैनेजर नीरज कुमार ने उन्हें बिना कोलेट्रल लिए 40 लाख का फंड दिया। ड्रोन परियोजना में 50 लाख रुपये कंपनी संस्थापक मनीष ने लगाया। इसके अलावा कंपनी के सह संस्थापक अनामिका आनंद ने 50 लाख और सर्वजीत सिंह ने 20 लाख रुपये की पूंजी लगाई। अभी कंपनी के यूपीएल प्रोजेक्ट के लिए 12 करोड़ रुपये का फंड एल्डाइन इलेक्ट्रो सिस्टम से मिलने का करार हुआ है। केंद्र के सीड फंड योजना में चयन हो चुका है। केंद्र सरकार से 50 लाख रुपये मिलने वाले हैं।
आठ राज्यों में उपलब्ध करा रहे सेवा
कंपनी ड्रोन से जुड़ी सेवाएं बिहार के बाहर आठ राज्यों में मुहैया करा रही है। इनमें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश शामिल है। कंपनी संस्थापक ने बताया कि आने वाले कुछ माह में कंपनी देश के बाहर भी अपना विस्तार करने की योजना पर काम कर रही है। इनमें यूरोप और अमेरिका के बाजार पर उनकी नजर है। कंपनी ड्रोन टैक्सी के अलावा सर्विलांस ड्रोन, डिफेंस ड्रोन आदि क्षेत्रों में भी काम करेगी।
यूनाइटेड फॉसफोरस लिमिटेड (यूपीएल) से कंपनी को 32 करोड़ रुपये का ड्रोन स्प्रे सर्विस देने का काम प्राप्त हुआ है। इसके लिए कंपनी पूरे बिहार से ड्रोन पायलट व को-पायलटों के लिए युवाओं की भर्ती कर रही है। कंपनी संस्थापक मनीष बताते हैं कि यूपीएल प्रोजेक्ट को दो वर्षों में पूरा करना है। इसके लिए उन्हें चार सौ युवाओं की भर्ती करनी है। रोजगार के लिए युवाओं की भर्ती शुरू हो गई है। अब तक 37 लोगों को रोजगार दिया गया है। कंपनी की तरफ से हर दिन युवाओं का साक्षात्कार लिया जा रहा है। सोमवार को नालंदा से 27 युवाओं को रोजगार के लिए चुना गया है। चुने गए युवाओं को कंपनी अपने खर्च पर ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देगी।