विजयवाड़ा
आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले के एक गांव के पास एक दंपति ने 28 साल की एक दलित महिला का पहले अपहरण कर लिया। इसके बाद चाकुओं से हमला किया गया, उसके कपड़े उतार दिए गए और उसे जातिवादी गालियां दी गईं। कपल ने महिला को मारने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस के समय पर हस्तक्षेप से उसे बचा लिया गया। पुलिस ने कहा कि पीड़िता का भाई इस साल मार्च में आरोपी की बेटी के साथ भाग गया था।
घटना 14 अगस्त की है, लेकिन इसका खुलासा बुधवार को हुआ। महिला की मां पर भी हमला किया गया था। वह जान बचाकर भागने में सफल रही। उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी। आरोपी गंगिरेड्डी ब्रह्मा रेड्डी (52) और पुलम्मा (48) द्वारा पीड़िता को आगे के हवाले किया जाने वाला था। इससे ठीक पहले दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पीड़िता एक निजी अस्पताल में नर्स के रूप में काम करती है। उसकी मां सोमवार दोपहर को अपने घर के पास नगरपालिका के नल से पानी भर रही थी। इसी समय आरोपी दंपति ने अचानक उनकी आंखों में मिर्च का पाउडर फेंक दिया। उन्हें पीटना शुरू कर दिया। ब्रह्मा रेड्डी पीड़िता की छाती पर बैठ गया और उसकी गर्दन पर चाकू से वार करने का प्रयास किया। इसके बाद उसे घटनास्थल से लगभग 500 मीटर दूर स्थित अपने घर में खींच लिया।
दोनों ने नर्स को रस्सियों से बांध दिया। मिट्टी का तेल छिड़क दिया। बेटी का पता बताने के लिए कहने लगा। साथ ही दंपति ने उनसे मार्च में उनके खिलाफ दर्ज की गई पुलिस शिकायत वापस लेने के लिए भी कहा। प्रकाशम एसपी मलिका गर्ग ने कहा कि पीड़ित महिला के भाई और आरोपी की बेटी एक-दूसरे से प्यार करते थे। फरवरी में शादी कर ली थी।