रांची
झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने कहा है कि राज्य की उग्रवादी गतिविधियों को नियंत्रित करना हमारा एक अहम लक्ष्य है। इस वर्ष जून 2023 तक पुलिस के साथ हुए 16 मुठभेड़ में विभिन्न नक्सली संगठनों के नौ नक्सली मारे गए। डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष जून 2023 तक पुलिस के साथ हुई 16 मुठभेड़ की घटनाओं में विभिन्न नक्सली संगठन के नौ नक्सली मारे गये। इसमें भाकपा (माओ) नक्सली संगठन के इनामी नक्सली सैक सदस्य गौतम पासवान, सैक सदस्य अजीत उरांव, सबजोनल कमांडर अमर गंझू, सबजोनल कमांडर अजय यादव, सबजोनल कमांडर लाजिम अंसारी जैसे दुर्दांन्त नक्सली हैं।
खुफिया तंत्र से मिली सूचना पर फुलप्रूफ प्लानिंग
डीजीपी ने कहा है कि झारखंड पुलिस अपने खुफिया तंत्र से प्राप्त सूचना के आधार पर फुलप्रूफ योजना बनाकर अभियान चला रही है। अभियानों के कारण कई कुख्यात और दुर्दांत नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। कई नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर भी किया गया है। कई सफल मुठभेड़ और उग्रवादियों के आत्मसमर्पण के फलस्वरूप आज हम यह कह सकते हैं कि राज्य में नक्सलियों के प्रभाव क्षेत्र अब नगण्य हो चुके हैं।
पुनर्वास योजना से प्रभावित नक्सलियों का आत्मसमर्पण
उन्होंने कहा कि राज्य के दूर-दराज इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में झारखंड पुलिस को मिल रही लगातार सफलताओं से डरकर और राज्य सरकार की आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर कई नक्सलियों ने न सिर्फ आत्मसमर्पण किया है, बल्कि कई नक्सली मुख्यधारा से जुड़ने को आतुर भी हैं। नक्सल विरोधी अभियान के अतिरिक्त नक्सलियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का सतत प्रयास भी झारखंड सरकार कर रही है।
इस वर्ष 267 नक्सलियों ने किया है आत्मसमर्पण
इस वर्ष अब तक 267 नक्सलियों ने किया है आत्मसमर्पण डीजीपी के अनुसार, आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत इस वर्ष अबतक कुल 267 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण के बाद नक्सलियों को ओपन जेल में रखा जा रहा है। नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद सरकार की तरफ से दिये जाने वाले लाभ और सुविधा नक्सलियों के बीच वितरित भी किया जा चुका है। वामपंथी उग्रवादी संगठनों के विरुद्ध सुरक्षा बलों द्वारा लगातार चलाये जा रहे अभियान में झारखंड को अप्रत्याशित सफलता प्राप्त हुई है। नक्सली अभियान के क्रम में इस वर्ष 236 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
जिनमें सैक सदस्य एक, रिजनल कमिटी सदस्य एक, जोनल कमांडर चार, सबजोनल कमांडर पांच एवं एरिया कमांडर स्तर के छह हार्डकोर नक्सली शामिल हैं, जिससे इन उग्रवादी संगठनों को काफी क्षति हुई है। इसके साथ ही पुलिस ने रेगुलर हथियार 10, देसी हथियार 75, कारतूस 9162, आईईडी 92, पुलिस हथियार 20 और 8.42 लाख लेवी राशि की बरामद की गई है।