नई दिल्ली
लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए अमेरिकी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत दौरे पर आया है। ये सांसद अमेरिकी-भारतीय मूल के हैं। इस बीच अमेरिकी सांसदों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ एक निजी बैठक करने की बात कही है। इस घटनाक्रम की पुष्टि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रवीण चक्रवर्ती ने की। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अमेरिकी सांसदों से कहा है कि वे राहुल गांधी से मुलाकात के लिए "औपचारिक" और "आधिकारिक" अनुरोध करें।
रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेसी नेता ने कहा, "पिछले दो दिनों में अमेरिकी कांग्रेसियों के प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्य राहुल गांधी से एक निजी मुलाकात के लिए हमारे पास पहुंचे। हमने सकारात्मक जवाब दिया कि राहुल गांधी के वायनाड से लौटने के बाद कुछ कार्यक्रम तय करने में हमें खुशी होगी।" चक्रवर्ती ने कहा, "हमने अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिमंडल को राहुल से मिलने के लिए पार्टी से औपचारिक और आधिकारिक अनुरोध करने के लिए कहा है।" यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें उम्मीद है कि विदेश मंत्रालय (एमईए) इस तरह की बैठक के लिए अनुमति देगा, इस पर चक्रवर्ती ने बताया, "यह विदेश मंत्रालय और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के बीच (का विषय) है। हालांकि मैं नहीं जानता कि इससे विदेश मंत्रालय को कोई आपत्ति होनी चाहिए। आखिरकार किसी देश के दौरे पर आए विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने विपक्ष के प्रमुख नेता के साथ बैठक की मांग की है।"
इससे पहले, जब पूछा गया कि क्या वह राहुल गांधी सहित विपक्षी नेताओं से मिलेंगे, तो अमेरिकी कांग्रेसी आरओ खन्ना ने कहा था कि कुछ लोग अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलना चाहते हैं। हालांकि, इसके लिए भारतीय विदेश मंत्रालय की इजाजत की आवश्यकता होगी। राहुल गांधी के ऑफिस ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने अपनी तरफ से कोई अनुरोध नहीं किया था। सोमवार को खन्ना ने बताया था कि प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेहमान है।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को लाल किले के प्राचीर से लगातार अपना दसवां स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया। मोदी सुबह सात बजकर 18 मिनट पर लाल किला पहुंचे। भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना और सांसद माइक वाल्त्ज के नेतृत्व में अमेरिकी सांसदों का द्विदलीय समूह भी इस कार्यक्रम में पहुंचा था। लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में 2,000 से अधिक मेहमानों ने भाग लिया, जिसमें मंत्री, राजनयिक, अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य, वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के 400 सरपंच, पूरे भारत से 50 नर्स और उनके परिवार और स्कूलों के 50 असाधारण शिक्षक शामिल थे।