नई दिल्ली
विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के आंकड़े वनडे क्रिकेट में अच्छे नजर आते हैं, लेकिन वहां उनका सैंपल साइज छोटा है, क्योंकि वे सिर्फ 13 ही वनडे इंटरनेशनल मैच खेल सके हैं। वहीं, टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में उनको 22 मैचों का अनुभव हो गया है, लेकिन इस फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन अब तक अच्छा नहीं रहा। वे 19 पारियों में एक अर्धशतक जड़ पाए हैं। संजू सैमसन के साथ समस्या क्या है और वे कहां सफल हो सकते हैं, इसके बारे में आकाश चोपड़ा ने बात की।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और मौजूदा क्रिकेट एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर सैमसन को लेकर कहा, "जब तक रोहित शर्मा मिडिल ऑर्डर में थे तो सफल नहीं हो रहे थे और हर किसी को पता था कि उनके अंदर पोटेंशियल है। ऐसा ही संजू सैमसन के साथ है। वे टॉप ऑर्डर में सफल हो रहे हैं, लेकिन आप उन्हें फिनिशर की भूमिका दे रहे हैं तो ये काम करने वाला नहीं है। रोहित शर्मा को वो मौका मिला था तो क्या संजू सैमसन को ये मौका मिलेगा?"
उन्होंने कहा, "क्या मौजूदा समय में उनको टॉप ऑर्डर में मौका मिल सकता है? शायद नहीं, लेकिन फ्यूचर में मिल सकता है। वे अभी 29 साल के हैं और आगे बहुत क्रिकेट खेल सकते हैं। अगर आप तिलक वर्मा और यशस्वी जायसवाल को उनका बेस्ट पोजिशन देते हो तो संजू सैमसन को भी कुछ मैच देकर देख लो। अगर आप सोचें कि ईशान किशन टॉप पर रन बनाएं और बाद में आप उनको फिनिशर के रूप में देखें तो आप पाएंगे कि वे उसके लिए तैयार नहीं हैं।"
आकाश बोले, "अगर आप संजू सैमसन को टॉप 4 में नहीं खिला रहे हो तो फिर आगे देखो। जितेश शर्मा हैं या रिंकू सिंह हैं, जो फिनशर की भूमिका निभा सकते हैं। आप उनको मना कर दो कि अभी जगह नहीं है। पहले भी ऐसा हुआ है। पद्माकर शिवालकर गेंदबाज थे, लेकिन बिशन सिंह बेदी अच्छा कर रहे थे। मिडिल ऑर्डर में अमोल मजूमदार के लिए जगह नहीं बनी। यह निराशाजनक है, लेकिन जगह नहीं है तो क्या करें।"
"दूसरा विकल्प ये है कि संजू सैमसन अपनी फ्रेंचाइजी को बोलें कि उन्हें नंबर पांच पर खेलना है, क्योंकि वहीं उनके लिए टीम इंडिया में जगह बनाने का मौका है। वे घरेलू क्रिकेट भी उसी पायदान पर खेलें, रन बनाएं और खुद को उसके लिए तैयार करें तो उनको जगह मिल सकती है। अभी ऐसा लग रहा है कि वह उसके लिए तैयार नहीं हैं और भारतीय टीम कोशिश किए जा रही है कि वे वहां रन बनाएं और प्रैक्टिस हो रही है टॉप ऑर्डर में।"