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स्वतंत्रता दिवस समारोह में 1,800 लोग होंगे विशिष्ट अतिथि, 2047 के विजन के साथ अमृत काल की होगी शुरूआत

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नईदिल्ली

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अगस्त को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके बाद पीएम मोदी ऐतिहासिक स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को पारंपरिक संबोधन देंगे। इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री ने 12 मार्च, 2021 को गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से किया था, का समापन होगा। जबकि 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने हेतु देश को नए उत्साह के साथ एक बार फिर ‘अमृत काल’ में प्रवेश कराया जाएगा। 77वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए कई नई पहल की गई हैं। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष बड़ी संख्या में अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।

विशिष्ट अतिथि
विशिष्ट अतिथि के रूप में लाल किले में आयोजित समारोह का हिस्सा बनने के लिए देश भर से विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लगभग 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है। यह पहल सरकार के ‘जन-भागीदारी’ दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है। इन विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक जीवंत गांवों के 400 से अधिक सरपंच, किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी, नई संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक), 50-50 खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ 50-50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे शामिल हैं। इनमें से कुछ विशिष्ट अतिथियों का दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करने और रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट से मुलाकात करने का कार्यक्रम है।

 

12 जगहों पर बने सेल्फी प्वाइंट्स
प्रत्येक राज्य/केन्द्र-शासित प्रदेश से पचहत्तर (75) जोड़ों को भी उनकी पारंपरिक पोशाक में लाल किले में आयोजित समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट, विजय चौक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, प्रगति मैदान, राजघाट, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन, आईटीओ मेट्रो गेट, नौबत खाना और शीश गंज गुरुद्वारा सहित 12 स्थानों पर सरकार की विभिन्न योजनाओं और पहलों को समर्पित सेल्फी प्वाइंट स्थापित किए गए हैं।

इन योजनाओं/पहलों में वैश्विक आशा: टीके और योग, उज्ज्वला योजना, अंतरिक्ष शक्ति, डिजिटल इंडिया, कौशल भारत, स्टार्ट-अप इंडिया, स्वच्छ भारत, सशक्त भारत, नया भारत, पॉवरिंग इंडिया, प्रधानमंत्री आवास योजना और जल जीवन मिशन शामिल हैं। इस समारोह के हिस्से के रूप में, रक्षा मंत्रालय द्वारा 15-20 अगस्त तक मायगव पोर्टल पर एक ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

 

लोगों को सेल्फी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 12 में से एक या अधिक स्थानों पर सेल्फी लेने और उन्हें मायगव प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। कुल बारह विजेताओं, प्रत्येक स्थान से एक का चयन ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता के आधार पर किया जाएगा। प्रत्येक विजेता को 10,000 रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।

ई-निमंत्रण
सभी आधिकारिक निमंत्रण आमन्त्रण पोर्टल (www.aamantran.mod.gov.in) के जरिए ऑनलाइन भेजे गए हैं। इस पोर्टल के जरिए 17,000 ई-निमंत्रण कार्ड जारी किये गये हैं। जबकि लाल किला पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव गिरिधर अरामने करेंगे। रक्षा सचिव, लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), दिल्ली क्षेत्र का परिचय प्रधानमंत्री से कराएंगे। इसके बाद जीओसी, दिल्ली क्षेत्र नरेन्द्र मोदी को सलामी स्थल तक ले जायेंगे, जहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सलामी देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे।

प्रधानमंत्री के गार्ड ऑफ ऑनर दल में सेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के एक-एक अधिकारी के अलावा 25 कर्मी होंगे। 25 कर्मियों में नौसेना के एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल होंगे। भारतीय सेना इस वर्ष के लिए समन्वय सेवा की भूमिका में है। गार्ड ऑफ ऑनर की कमान मेजर विकास सांगवान के हाथों में होगी। प्रधानमंत्री के गार्ड की कमान मेजर इंद्रजीत सचिन, नौसेना के सैन्यदल की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर एमवी राहुल रमन और वायु सेना के सैन्यदल की कमान स्क्वाड्रन लीडर आकाश गांघस के हाथों में होगी। दिल्ली पुलिस के दल की कमान एडिशनल डीसीपी संध्या स्वामी संभालेंगी।

 

रक्षा मंत्री करेंगे पीएम मोदी का स्वागत
गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे। वहां पीएम मोदी का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी करेंगे। दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर बने मंच तक ले जाएंगे।

झंडा फहराए जाने के बाद, तिरंगे को 'राष्ट्रीय सलामी' दी जाएगी। सेना का बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 20 अन्य सैन्यकर्मी शामिल होंगे, राष्ट्रीय ध्वज फहराने और 'राष्ट्रीय सलामी' प्रस्तुत करने के दौरान राष्ट्रगान बजाएगा। बैंड का संचालन नायब सूबेदार जतिंदर सिंह करेंगे।

21 तोपों की दी जाएगी सलामी
मेजर निकिता नायर और मेजर जास्मीन कौर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगी। विशिष्ट 8711 फील्ड बैटरी (औपचारिक) के बहादुर बंदूकधारियों द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ, इस कार्यक्रम का समन्वय किया जाएगा। लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार सेरेमोनियल बैटरी की कमान संभालेंगे और नायब सूबेदार (एआईजी) अनूप सिंह गन पोजिशन ऑफिसर होंगे।

राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के पांच अधिकारी और 128 अन्य कर्मी शामिल होंगे। जो प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के समय राष्ट्रीय सलामी देंगे। सेना के मेजर अभिनव देथा इस इंटर-सर्विसेज गार्ड और पुलिस गार्ड की कमान संभालेंगे।

 

फूलों की होगी वर्षा
जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, पार्श्व पंक्ति विन्यास में भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर मार्क-III ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा की जाएगी। हेलीकॉप्टर के कैप्टन, विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और स्क्वाड्रन लीडर हिमांशु शर्मा होंगे।

पुष्पवर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के संबोधन के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। राष्ट्रीय उत्साह के इस उत्सव में देश भर के विभिन्न स्कूलों के एक हजार एक सौ (1,100) बालक और बालिका एनसीसी कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। ज्ञानपथ पर सीटें लगाए गयीं हैं, जिन पर कैडेट आधिकारिक सफेद पोशाक में बैठेंगे।

इसके अलावा समारोह के भाग के रूप में एनसीसी कैडेटों को वर्दी में ज्ञान पथ पर बैठाया जाएगा। एक अन्य आकर्षण जी-20 प्रतीक चिन्ह होगा, जो लाल किले पर फूलों की सजावट का भाग होगा।