पंजाब
जालंधर में दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेसवे पर फ्लाईओवर के लिए बनाए जा रहे 80 फीट गहरे बोरवेल में फंसे इंजीनियर सुरेश को लेकर अभी भी रेस्क्यू जारी है। NDRF की उसकी तालाश में राते से टीमें जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि मिट्टी धंसने के कारण अभी तक सुरेश को नहीं निकाला जा सका है लेकिन मशीनों की मदद से करीब 60 फीट तक मिट्टी की खुदाई की जा चुकी है।
क्या है मामला
करतारपुर-कपूरथला रोड पर स्थित गांव बसरामपुर में पुल बनाने के लिए चल रहे निर्माणकार्य में जमीन में लगभग 20 मीटर तक की गहराई में बोर के काम दौरान कंस्ट्रक्शन कंपनी की बोरिंग मशीन फंस गई थी, जिसे निकालने के लिए 2 तकनीकी विशेषज्ञों पवन और सुरेश को दिल्ली से बुलाया गया।इस संबंधी गत रात्रि करीब 7 से 8 बजे बीच बोर में काम रहे 2 व्यक्तियों में से एक व्याक्ति के ऊपर आने के कुछ समय बाद ही गड्ढे के अन्दर की मिट्टी अचानक गिरने लगी व देखते ही देखते एक व्यक्ति सुरेश यादव (55) उस मिट्टी के नीचे दब गया था। अब लगभग 24 घंटे बीत जाने के बाद भी मिट्टी में फंसे व्यक्ति का कंपनी के कर्मचारी कुछ पता नहीं लगा सके हैं और खुदाई का काम लगातार जारी है।
जानकारी के अनुसार कंपनी के तकनीकी कर्मचारी पूरे बचाव उपकरणों से लैस होकर बोर में गए थे। बोर की सफाई करते समय अचानक हुए हादसे में कर्मचारी सुरेश यादव करीब 20 मीटर नीचे फंस गया था, जिसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सूचना मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए राहत कार्य के लिए एन.डी.आर.एफ. की टीम को तैनात किया गया।इसके अलावा मिट्टी हटाने के लिए भारी मशीनरी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है व साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक एम्बुलैंस और एक मैडीकल टीम भी तैनात की गई है।