भोपाल. मध्य प्रदेश में 16 जुलाई से प्रदेश में चल रहे विकास पर्व का समापन सोमवार को होगा। इसके अंतर्गत सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के कार्य का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इसमें सर्वाधिक कार्य अधोसंरचना विकास के हैं। 75 हजार करोड़ रुपये पेयजल, सिंचाई और सड़क परियोजनाओं पर व्यय किए जाएंगे।
विकास पर्व में जनता ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्रिमंडल के सदस्य और जनप्रतिनिधियों ने पूरे प्रदेश में विभिन्न विकास के कामों का लोकार्पण-शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता भी जताई कि विकास पर्व में जनता ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
13 सिंचाई योजनाओं का भूमिपूजन
इस दौरान 36 हजार 348 करोड़ रुपये की 13 सिंचाई योजनाओं का भूमिपूजन तो सात हजार 245 करोड़ रुपये की 15 सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। 21 हजार 900 करोड़ रुपये की लागत के राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य सड़कों के एक हजार 207 कार्यों का भूमिपूजन इस अवधि में हुआ।
3 सीएम राइज स्कूल प्रारंभ होंगे
जल जीवन मिशन के अंतर्गत 28 हजार 471 करोड रुपए की 15 हजार 450 समूह पेयजल परियोजनाओं का भूमिपूजन किया गया। अमृत योजना के अंतर्गत शहरी पेयजल परियोजनाओं के लिए तीन हजार करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। बुदनी सहित अन्य मेडिकल कालेज के साथ 83 सीएम राइज स्कूलों भी प्रारंभ किए जा रहे हैं।
कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण होते रहेंगे
मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि विकास पर्व के बाद भी विभिन्न विकास के कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण होते रहेंगे। कई कार्यों की विभागों द्वारा स्वीकृतियां दी जा चुकी हैं। निविदा आदि की प्रक्रिया चल रही है। जैसे-जैसे यह पूरी होती जाएंगी, वैसे-वैसे कार्यक्रम आयोजित होते जांएगे।
भोपाल में बनेगा 40.90 किलोमीटर का बायपास
भोपाल में बढ़ रहे यातायात के दबाव को कम करने के लिए सरकार 40.90 किलोमीटर का नया बायपास बनाएगी। लोक निर्माण विभाग ने साधिकार समिति से सैद्धांतिक सहमति मिलने के बाद प्रस्ताव अंतिम निर्णय लिए कैबिनेट भेजा है। प्रयास यही है कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पूर्व इसका भूमिपूजन हो जाए।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार भोपाल मंडीदीप एवं इंदौर पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्रों के मध्यम बेहतर कनेक्टिविटी के साथ जबलपुर और नर्मदापुरम से आने वाले और इंदौर-मुंबई की ओर जाने वाले यातायात के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए मंडीदीप से बायपास प्रारंभ होगा, जो कोलार के गोल जंक्शन से निकलेगा। रातीबड़ मार्ग से होता हुआ खजूरी, फंदा होते हुए यह इंदौर मार्ग से जुड़ेगा। लगभग तीन हजार करोड़ रुपये की लागत वाले इस बायपास में दो फ्लायओवर, 15 अंडर पास और एक रेलवे ओवर ब्रिज बनेगा।