नई दिल्ली
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 5 मैच की टी20 सीरीज का चौथा मुकाबला फ्लोरिडा के सेंट्रल ब्रोवार्ड रीजनल पार्क स्टेडियम टर्फ ग्राउंड पर शनिवार रात खेला गया। इस मैच में भारत ने 9 विकेट ना सिर्फ जीत दर्ज कर मेजबानों को घुटने टेकने पर मजबूर किया, बल्कि सीरीज में बराबरी भी की। सीरीज के पहले दो मुकाबले हारने के बाद हार्दिक पांड्या एंड कंपनी ने पिछले दो मैचों में शानदार खेल दिखाते हुए जोरदार वापसी की है। भारत के इस कमबैक के पीछे बल्लेबाजों का अहम रोल रहा है। तीसरे टी20 में जहां सूर्यकुमार यादव ने विंडीज के गेंदबाजों की बखियां उधेड़ी थी, वहीं चौथे टी20 में युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल का कहर देखने को मिला। दोनों ही ओपनर्स ने अर्धशतक जड़ते हुए भारत को यह जीत दिलाई। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम ने शिमरन हेटमायर की फिफ्टी के दम पर भारत के सामने 179 रनों का लक्ष्य रखा था। इस स्कोर को टीम इंडिया ने 9 विकेट और 18 गेंदें शेष रहते हासिल किया।
हार्दिक पांड्या की सटीक कप्तानी बॉलिंग में किए शानदार बदलाव
भारत बनाम वेस्टइंडीज चौथे टी20 से पहले फ्लोरिडा के इस मैदान पर रिकॉर्ड था कि पिछले 13 टी20 में से 11 मुकाबले पहले बैटिंग करने वाली टीम ने ही जीते हैं। जैसे ही वेस्टइंडीज ने टॉस जीता तो कप्तान हार्दिक पांड्या हंसने जरूर लगे क्योंकि वह जानते थे कि टॉस इस मैच में अहम रोल अदा कर सकता है, मगर इसके बावजूद उन्होंने हथियार नहीं डाले। गेंदबाजी में सटीक बदलाव करते हुए ना सिर्फ उन्होंने मेजबानों पर दबाव डाला बल्कि गेंदबाजों ने समय-समय पर विकेट भी चटकाए। अर्शदीप के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए भारत ने पावरप्ले में ही अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल का इस्तेमाल किया। इसके बाद मिडिल ऑर्डर में कुलदीप यादव का जादू चला, वहीं अंतिम ओवरों में गेंदबाजी का जिम्मा तेज गेंदबाजों ने उठाया। यहां मुकेश कुमार की धांसू यॉर्कर ने हर किसी को इंप्रेस किया। पांड्या को छोड़कर किसी भी गेंदबाज ने 10 से अधिक की इकॉन्मी से रन नहीं खर्च किए। कुलदीप यादव को यहां सबसे अधिक दो सफलताएं मिली।
फील्डिंग में दिखे लाजवाब
गेंदबाजी यूनिट तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक उन्हें फील्डरों का साथ ना मिले। चौथे टी20 में भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन फील्डिंग कर ना सिर्फ लाजवाब कैच पकड़े बल्कि महत्वपूर्ण रन भी बचाए। शुरुआत में जब काइल मेयर्स चढ़कर भारतीय गेंदबाजों की धुनाई कर रहे थे, तब विकेट के पीछे संजू सैमसन ने उनका लाजवाब कैच पकड़ा। इसके अलावा कुलदीप यादव ने शॉर्ड थर्ड मैन पर ब्रेंडन किंग का लाजवाब कैच पकड़ते हुए सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
वेस्टइंडीज की खराब बल्लेबाजी
पहले दो टी20 जीतने के बाद अधिक आत्मविश्वास से भरी वेस्टइंडीज की टीम बल्लेबाजी में गलतियों पर गलतियां किए जा रही है। चौथे टी20 में वेस्टइंडीज को भारत के खिलाफ अच्छी शुरुआत मिली थी। पहले 6 ओवर में टीम ने दो विकेट खोकर 55 रन बोर्ड पर लगा दिए थे। यहां से टीम शे होप, निकोलस पूरन और हेटमायर जैसे धाकड़ बल्लेबाजों के दम पर आसानी से 200 के स्कोर तक पहुंच सकती थी। मगर जल्दबाजी में बड़े-बड़े शॉट खेलने के चक्कर में टीम विकेट गंवाती चली गई। समय रहते हेटमायर को यह बात समझ आ गई और उन्होंने 39 गेंदों पर 61 रन की पारी खेल टीम को इस चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया।
यशस्वी और गिल ने उधेड़ी बखिया
179 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल की जोड़ी ने तेज तर्रार शुरुआत दी। यशस्वी ने तो पारी की पहली गेंद पर चौका लगाकर ऐलान कर दिया था कि वह मैच जल्द खत्म करने के इरादे से मैदान पर उतरे हैं। यशस्वी जायसवाल को देख गिल ने भी अपने रंग बदले। गिल अभी तक इस टूर पर ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाए थे, मगर अमेरिका की धरती पर उनका बल्ला भी जमकर बोला। दोनों के बीच इस दौरान पहले विकेट के लिए 165 रनों की साझेदारी हुई जो टी20 क्रिकेट में भारत के लिए संयुक्त रूप से दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। यशस्वी ने इस दौरान नाबाद 84 रन बनाए तो वहीं गिल 77 रन बनाकर आउट हुए।
यशस्वी ने रचा इतिहास
यशस्वी ने इस मैच में 33 गेंदों में अर्धशतक जड़ इतिहास रचा। उन्होंने रोहित शर्मा का 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा और अब वह सबसे कम उम्र में इस फॉर्मेट में भारत के लिए फिफ्टी ठोकने वाले सलामी बल्लेबाज बन गए हैं। यशस्वी ने 21 साल और 227 दिन की उम्र में यह कारनामा अंजाम दिया।