अयोध्या
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने अयोध्या से जानवरों की खाल और दांतों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान दयाराम दुबे, ब्रिजेश केशरवानी और संजय तिवारी के रूप में हुई है। दुबे की अदालत परिसर के पास पूजा सामग्री की दुकान है और वह कथित तौर पर तांत्रिक अनुष्ठानों में इस्तेमाल होने वाले प्रतिबंधित वन्यजीव उत्पाद बेचता था, जिसे वह केशरवानी और तिवारी से लेता था।
अयोध्या में जानवरों की खाल और दांतों के 3 तस्कर गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपियों के पास से तेंदुए के 20 दांत, तेंदुए के 24 नाखून, सुनहरे सियार के 110 सींग, 140 इंद्रजाल के पौधे, दो मॉनिटर छिपकली की खाल, तीन मोबाइल फोन और 2,550 रुपये नकद भी बरामद किए। पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ, प्रमेश शुक्ला ने कहा कि वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) और वन विभाग से मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए तस्करों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया था। शुक्ला ने कहा कि हमने गिरोह के सदस्यों को अयोध्या में तब रोका जब वे यूपी के बाहर जानवरों की खाल की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे।
पूछताछ में आरोपियों ने STF को दी यह जानकारी
आरोपियों ने एसटीएफ को बताया कि तस्करी के सामान का इस्तेमाल वास्तु साधना, काला जादू और नकारात्मक शक्तियों को खत्म करने के लिए किया जाता था। तीनों को 'नया मंदिर' परिसर में केशरवानी के घर से पकड़ा गया। अधिकारी ने कहा, वे प्रतिबंधित वस्तुओं की नई खेप का सौदा तय करने के लिए वहां एकत्र हुए थे।