Home मध्यप्रदेश गुजरात की चक्रवाती हवाओं का घेरा, इंदौर-उज्जैन में भी असर

गुजरात की चक्रवाती हवाओं का घेरा, इंदौर-उज्जैन में भी असर

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भोपाल

गुजरात के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा बनने से मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर-उज्जैन में भी असर देखने को मिल रहा है। गुरुवार को खरगोन, धार और उज्जैन में हल्की बारिश हुई। ऐसा ही मौसम शुक्रवार को भी रहने का अनुमान है। दोनों संभाग के इंदौर, उज्जैन, खरगोन, बड़वानी समेत 15 जिलों में बादल छाए रहेंगे। कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है।

प्रदेश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क यानी साफ रहेगा। कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। दरअसल, प्रदेश में 13-14 अगस्त तक मानसून ब्रेक है। कोई मानसूनी सिस्टम एक्टिव नहीं होने से ऐसा हो रहा है। 5 अगस्त से ही प्रदेश में तेज बारिश नहीं हो रही है, लेकिन गुजरात के ऊपर अचानक साइकोनिक सर्कुलेशन (चक्रवाती हवाओं का घेरा) बनने के बाद मालवा-निमाड़ में मौसम बदल गया। गुजरात से जुड़े इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना बन रही है।

मानसून ब्रेक से दिन का पारा बढ़ा
मानसून ब्रेक होने से प्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान भी बढ़ा है। गुरुवार को रतलाम में 2.8 डिग्री, सागर में 2.6 डिग्री, उमरिया-पचमढ़ी में 1.8 डिग्री, छिंदवाड़ा में 1.6 डिग्री तक पारा बढ़ गया। मौसम विभाग के अनुसार, टेम्प्रेचर बढ़ने से गर्मी का असर रहेगा। वहीं, बारिश नहीं होना फसल दोनों के लिहाज से भी ठीक नहीं है। नमी, लोकल सिस्टम और साइकोनिक सकुर्लेशन बनने से कहीं-कहीं बारिश जारी रहेगी।

24 घंटे में कैसा रहा मानसून
खरगोन, धार और उज्जैन में बारिश हुई। खरगोन में 9 घंटे में सवा इंच से ज्यादा पानी बरस गया। चक्रवाती हवाओं के घेरे की वजह से ऐसा हुआ। बाकी जिलों में मौसम साफ रहा। भोपाल में सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। इसके बाद दिनभर बादल छाए रहे।

MP में अब तक 22.93 इंच बारिश
मध्यप्रदेश में इस सीजन में औसत 22.93 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक की बारिश की बात करें तो यह 2% ज्यादा है। अब तक 22.49 इंच बारिश होना चाहिए। बारिश थमने के बाद ओवरऑल बारिश का आंकड़ा लगातार घट रहा है। पूर्वी हिस्से में 5% और पश्चिमी हिस्से में 1% अधिक बारिश हुई है।