दुबई
ईरान ने 5 अमेरिकी कैदियों को जेल से नज़रबंदी में स्थानांतरित कर दिया है। ईरान ने यह कदम उस समझौते के लिए उठाया है जिसके तहत दक्षिण कोरिया में जब्त किए गए उसके अरबों डॉलर उसे वापस करने के बदले में कैदियों को रिहा किया जाएगा। अमेरिका और ईरान के अधिकारियों ने वीरवार को यह जानकारी दी। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के अधिकारियों ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस' (एपी) से समझौते की पुष्टि करते हुए कहा कि कैदियों को नज़रबंदी में स्थानांतरित करना इस समझौते को लागू करने की दिशा में एक अहम शुरुआती कदम है।
पांच बंदियों को रिहा किया जा सकता है
ईरान ने यह भी माना कि समझौते में प्रतिबंधों की वजह से जब्त कर लिए गए 6-7 अरब अमेरिकी डॉलर को जारी करना शामिल है। संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि अगर समझौता होता है तो रकम पहले कतर स्थानांतरित की जाएगी और फिर इसे ईरान भेजा जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि अगले महीने तक राशि को ईरान भेजा जा सकता है और पांच बंदियों को रिहा किया जा सकता है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रकम स्थानांतरित करने से कैदी अमेरिका लौट आएंगे और उनकी तथा उनके परिवारों की पीड़ा का अंत होगा। इस समौझते के तहत ऐसी संभावना है कि अमेरिका के सैनिक होर्मुज जलडमरूमध्य में वाणिज्य पोतों की सुरक्षा के लिए उनपर तैनात रहेंगे।
पांचों कैदियों को एक होटल में हिरासत में रखा जा सकता है
एक कैदी का मुकदमा लड़ने वाले अमेरिकी वकील जेरेड गेन्सर ने बताया कि पांचों कैदियों को एक होटल में हिरासत में रखा जा सकता है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि कैदियों की रिहाई के लिए बातचीत जारी है और यह नाजुक मोड़ पर है। कैदियों में से तीन की पहचान सियामक नमाज़ी, इमाद शार्गी और मुराद तहबाज़ हैं जिन्हें 2015 से 2018 के दौरान गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 10-10 साल की कैद की सज़ा मिली है जबकि अन्य दो कैदियों की पहचान जारी की गई है।
अमेरिकी अधिकारियों का इस बात पर टिप्पणी करने से इनकार
वहीं ईरान ने भी अमेरिका में गिरफ्तार किए गए ईरानी नागरिकों को रिहा करने की मांग की है। हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है कि समझौते को अंतिम रूप देने के बाद कितने ईरानी कैदियों को रिहा किया जा सकता है। ईरानी मीडिया ने पहले बताया था कि अमेरिका के निर्यात कानूनों और ईरान के साथ कारोबार कर प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के मामलों में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।