अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को धमकी देने वाले एक शख्स को एफबीआई ने गोली मार दी है। अधिकारियों ने कहा है, कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ हिंसक धमकियां देने के आरोपी यूटा के एक शख्स को मार दिया गया है। अधिकारियों ने कहा है, कि जिस शख्स को गोली मारी गई है, उसके पास हथियार थे और बुधवार को जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पश्चिमी अमेरिकी राज्य यूटा (Utah) में एक भाषण देने जाने वाले थे, उससे पहले वो उन्हें धमकियां दे रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन के पहुंचने से कुछ घंटे पहले उस शख्स को गोली मार दी गई।
एफबीआई ने एक बयान में कहा है, कि उसके विशेष एजेंट साल्ट लेक सिटी के दक्षिण में प्रोवो में क्रेग डेलीव रॉबर्टसन के घर पर वारंट तामील कराने की कोशिश कर रहे थे, तभी सुबह 6.15 बजे गोलीबारी हुई। एसोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट मुताबिक, नाम नहीं छापने की शर्त पर अधिकारी ने बताया, कि जिस वक्त आरोपी क्रेग डेलीव रॉबर्टस को गोली मारी गई, उस वक्त उनके पास हथियार था। रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी रॉबर्टसन ने सोमवार को ऑनलाइन पोस्ट के जरिए बाइडेन को धमकी दी थी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था, कि "मैंने सुना है, कि जो बाइडेन यूटा आ रहे हैं, बेवकूफ का यूटा में स्वागत है।"
इस ऑनलाइन पोस्ट में आरोपी रॉबर्टसन को एक बंदूक को साफ करते हुए देखा जा सकता है। हालांकि, सवाल ये उठ रहे हैं, कि क्या 70 साल के आरोपी रॉबर्टसन को गोली मारना जरूरी था। अपने पोस्ट में आरोपी ने जो बाइडेन के साथ साथ कमला हैरिस को भी धमकी दी थी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था, कि 'बाइडेन की हत्या करने का ये बिल्कुल सही वक्त है। पहले जो बाइडेन, फिर कमला हैरिस।' आरोपी रॉबर्टसन ने खुद को ट्रंप का कट्टर समर्थक बताया था और वो ट्रंप के कैम्पेन 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' कैम्पेन का समर्थन करते थे।
आरोपी रॉबर्टसन इससे पहले भी कई धमकियां ऑनलाइन पोस्ट कर चुके थे, इनमें उन जजों को भी धमकाया गया था, जो डोनाल्ड ट्रंप मामलों की सुनवाई कर रहे हैं। पड़ोसियों ने आरोपी रॉबर्टसन को एक कमज़ोर, बुजुर्ग व्यक्ति बताया। उनकी ऑनलाइन प्रोफ़ाइल में उनकी उम्र 74 साल बताई गई है, जो एक छड़ी की मदद से चलते थे। हालांकि, उनके घर में बंदूक जरूर थी, लेकिन पड़ोसियों का कहना है, कि रॉबर्टसन से बाइडेन को कोई खतरा नहीं थी। उनके एक पड़ोसी ने कहा, कि "ये असंभव है, कि वो यहां से गाड़ी चलाते हुए, अपने रायफल के साथ साल्ट लेक सिटी जाता और राष्ट्रपति पर गोली चला देता। 100 फीसदी ये बकवास है।"
मानवाधिकार पर ज्ञान देने वाले अमेरिका का हाल अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक को उस वक्त गोली मारी गई है, जब डोनाल्ड ट्रंप लगातार अमेरिका की कानून एजेंसियों और एफबीआई पर अपने समर्थकों को टॉर्चर करने का आरोप लगा रहे हैं। ये वही बाइडेन प्रशासन है, जो मानवाधिकार के मुद्दे पर भारत को लेक्चर देता है, लेकिन अपने देश में ये लोगों की हत्याएं करने से बाज नहीं आता। रिपोर्ट के मुकाबिक, 74 साल के ट्रंप समर्थक रॉबर्टसन को गोली मारने की घटना को पहले एफबीआई छिपाना चाह रही थी और आरोपी की पहचान को काफी गुप्त रखा गया था, लेकिन स्थानीय पत्रकारों ने घटना का खुलासा कर दिया, जिसके बाद बवाल मच गया है।