अलीगढ़
अलीगढ़ से कानपुर तक सिक्सलेन हाईवे पर वाहन फर्राटा भर सकेंगे। अब महज चार घंटे में कानपुर तक का सफर पूरा हो सकेगा, वर्तमान में इस हाईवे पर कानपुर तक जाने में छह घंटे लगते हैं। 15 या 16 अगस्त को पीएम मोदी हाईवे की आधिकारिक रूप से शुरुआत कर सकते हैं। अलीगढ़ से कानपुर जाने में अब छह नहीं महज चार घंटे ही लगेंगे। इसके लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। जीटी रोड अलीगढ़ से कानपुर जाने में अभी छह से सात घंटे लगते हैं। यदि बीच में सड़क जाम हो जाए तो समय और अधिक लग जाता है।
समय कम लगे, इसके लिए एनएच-91 के तहत अलीगढ़ से कानपुर तक 280 किलोमीटर तक फोरलेन बनाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। तीन टुकड़ों में यह काम पूरा किया गया है। अलीगढ़ की सीमा में बौनेर से एटा की सीमा भदवास तक काम पूरा हो चुका है। एटा की ओर से आने वाले भारी वाहनों को अलीगढ़ में अंदर आने की बजाय बौनेर से आगरा, मथुरा दिल्ली जाने के लिए पहले ही बाईपास बन चुका है। इसी प्रकार दिल्ली की ओर से आने वाले वाहन कानपुर व एटा के लिए इसी बाईपास से निकल जाते हैं।
गौरतलब है कि सरकार यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने का काफी ध्यान दे रही है। कानपुर से दिल्ली हाईवे पर वाहनों का काफी दबाव रहता है। कारोबार के लिहाज से अलीगढ़ और कानपुर को इस हाईवे से काफी लाभ मिलेगा। अलीगढ़ और कानपुर से दिल्ली बड़ी मात्रा में माल की ढुलाई की जाती है।
ऐसे कम होगी कानपुर से दिल्ली की दूरी
कानपुर-अलीगढ़ हाईवे बन जाने से कानपुर से राजधानी दिल्ली की दूरी भी कम हो जाएगी। एनएचएआई के मुताबिक, दिल्ली की दूरी कानपुर शहर से 90 किलोमीटर कम हो जाएगी। सिक्स-लेन का हाईवे और बाईपास बन जाने से कानपुर से नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली का सफर सुहाना हो जाएगा। इस मार्ग से दिल्ली की दूरी 420 किमी है, जबकि आप इटावा होकर दिल्ली जाते हैं तो आपको 510 किमी का सफर तय करना पड़ेगा।
2019 में शुरू हुआ काम
अलीगढ़-कानुपर हाईवे जीटी रोड पर फोरलेन निर्माण का काम 2019 में शुरू हुआ था। 284 किमी. हाईवे के निर्माण पर करीब 3500 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
फैक्ट फाइल
– 409 किमी. गाजियाबाद-कानपुर जीटी रोड की लंबाई
– 126 किमी. गाजियाबाद से अलीगढ़ तक की लंबाई
– 45 किमी. अलीगढ़ से हाथरस होते हुए एटा सीमा तक
– 45 किमी एटा जिले के अंदर दूरी
– 61 किमी. एटा से मैनपुरी तक
– 132 किमी. मैनपुरी से कानपुर तक