ग्वालियर
रेसलिंग में ग्वालियर और पूरे देश का नाम रोशन करने वाली अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान रानी राणा को उनके ससुराल वालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित किया, उनसे मारपीट की और घर से भी निकाल दिया। रानी राणा ग्वालियर जिला प्रशासन की ओर से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेस्डर भी हैं। महिला पहलवान की शिकायत पर मुरार थाना पुलिस ने दहेज प्रताड़ना और मारपीट की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ली है।
अगस्त 2020 में हुई थी प्रिंस से शादी
अभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। ग्वालियर के हस्तिनापुर स्थित जखारा गांव की रहने वाली रानी राणा का एक मकान मुरार स्थित सुरैयापुरा में भी है। रानी राणा की शादी 11 अगस्त 2020 को मुरार स्थित सुदामापुरी में रहने वाले प्रिंस राणा से हुई थी। प्रिंस राणा जिम ट्रेनर हैं। शादी के कुछ समय तक तो सबकुछ ठीक रहा, लेकिन इसके बाद रानी के पति प्रिंस और अन्य ससुरालीजनों ने दहेज की मांग शुरू कर दी।
पति प्रिंस को खुद की जिम खोलनी है
यह लोग रानी को टोकते थे, जबकि रानी के स्वजनों ने 10 लाख रुपये का सामान दहेज में दिया था। इसके बाद भी यह लोग दहेज की मांग करते थे। प्रिंस कहता था कि वह जिम ट्रेनर है। उसे खुद की जिम खोलनी है। इसके लिए उसे पांच लाख रुपये चाहिए। जब रानी ने रुपये देने से इन्कार कर दिया तो 30 मई को उसने मारपीट की। इसके बाद रानी को घर से निकाल दिया। रानी इसके बाद से अपने मायके में रह रही थी। रानी ने इसकी शिकायत पुलिस से की। इस मामले में एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
रिश्ता बचाने के लिए चुप रही, फिर भी घर से कर दिया बेदखल
रानी राणा ने बताया कि उसकी शादी सामाजिक रीति रिवाज के तहत हुई थी. 16 फरवरी 2020 को रानी की शादी सुरैया पूरा निवासी प्रिंस राणा के साथ हुई थी. रानी ने बताया कि शादी के वक्त उसके माता-पिता ने दहेज में 10 लाख रुपये और घर गृहस्ती का सामान दिया था. शादी के 6 महीने बाद तक तो उसके पति और ससुराल वालों का उसके साथ बर्ताव अच्छा रहा, लेकिन फिर धीरे-धीरे वह दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे. रानी ने बताया कि उसका पति प्रिंस राणा उसे 5 लाख रुपये लाने के लिए प्रताड़ित कर रहा था. प्रिंस जिम खोलने के लिए उसके पिता से 5 लाख रूपये लाने के लिए दबाव डाल रहा था. जब उसने असमर्थता जताई तो 30 मई को पति प्रिंस ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया. रानी के मुताबिक उसने और परिवार वालों ने ससुराल वालों को समझाने का प्रयास किया, सामाजिक स्तर पर भी ससुराल वालों को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह बिना दहेज के उसे घर वापस नहीं आने दे रहे थे. आखिर में उसे पुलिस से गुहार लगानी पड़ी.
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर है रानी
रानी राणा जतारा गांव की रहने वाली है और वह बचपन से ही पहलवानी करती रही है. रानी राणा कॉलेज के दिनों में मध्य प्रदेश की यूनिवर्सिटी चैंपियन रही है. इसके साथ ही उसने मध्य प्रदेश राजस्थान महिला केसरी प्रतियोगिता में दो बार खिताब जीता हैं. इसके अलावा भी कुश्ती प्रतियोगिता में उसने नेशनल मेडल हासिल किए हैं. रानी की उपलब्धि को देखते हुए ग्वालियर जिला प्रशासन ने उसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का ब्रांड एंबेसडर बनाया है. एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा का कहना है कि रानी राणा की तरफ से शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है इस मामले में जांच के साथ ही कार्रवाई की जाएगी.