भोपाल
हमीदिया में सोमवार को सुबह से ही मरीजों की लंबी कतारें देखने मिलीं। पांच दिन बाद हड़ताल खत्म होने से मरीजों ने राहत की सांस ली है। आज ओपीडी में मरीजों की संख्या दोपहर 12 बजे तक 2000 के पार पहुंच गई थी, शाम तक यह संख्या 2500 के पार पहुंचने की बात कही जा रही है। इसके अलावा जो मरीज अस्पताल छोड़कर चले गए थे, वह भी वापस आने लगे हैं। आज करीबन 50 से अधिक मरीजों को भर्ती किया गया, पिछले दो दिनों में 250 से अधिक मरीज भर्ती हो चुके हैं। वहीं दूसरी और सर्जरी और डिलेवरी भी शुरू हो गर्इं हैं, जो पेडिंग केस थे, उन्हें निपटाया गया।
डॉ. अरुणा कुमार से जुड़े मामलों की जांच होगी शुरू
इधर, जल्द ही डॉक्टर अरुणा कुमार से जुड़े मामलों की जांच शुरू की जाएगी। गौरतलब है कि जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती के सुसाइड के बाद जूडा हड़ताल पर चले गए थे। डॉ. अरुणा कुमार के कार्यकाल में जूनियर डॉक्टरों को परेशान करने के आरोप लगे हैं। अब इस मामले में गठित की जा रही कमेटी आरोपों की जांच करेगी। वे पूर्व में भी काफी विवादित रही हैं। इसके चलते 5 दिन तक अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था हड़ताल की वजह से चरमरा गई थी।
जूडा का अहम रोल
मामले में प्रबंधन के अधिकारी ने बताया मेडिकल से संबंधित अस्पताल में जूनियर डॉक्टर और रेसिडेंट डॉक्टर मरीजों के इलाज में बेहद अहम रोल निभाते हैं। मरीज का बार-बार फॉलो अप से लेकर उनकी जांच व किसी तरह की इमरजेंसी में सीनियर डॉक्टर को बुलाने तक की जिम्मेदारी इन्हीं की होती है।