झारखंड
कुख्यात अमन सिंह के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए झारखंड एटीएस की टीम यूपी की खाक छान रही है। पूर्वांचल में अमन सिंह से जुड़े अपराधियों की गतिविधि का पता लगाया जा रहा है। एटीएस की टीम अमन सिंह के गृह जिला अंबेडकर नगर के साथ-साथ फैजाबाद (अयोध्या), आजमगढ़, सुल्तानपुर से लेकर यूपी के अन्य जिलों में फैले गिरोह के तार का पता लगा रही है। पूर्व में अमन सिंह के केस पार्टनर रहे अभिनव प्रताप सिंह और धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह की आपराधिक गतिविधियों पर भी एटीएस की नजर है।
झारखंड एटीएस ने धनबाद जेल में बंद अमन सिंह के साथ-साथ दुबई भाग चुके कुख्यात प्रिंस खान के भगौड़े गुर्गों की सूची तैयार की है। दोनों गैंग में आपराधिक वारदात में साथ देने वाले लड़कों के साथ-साथ रंगदारी वसूली, रंगदारी के पैसों के वितरण, अवैध कमाई के निवेश आदि से जुड़े लोगों को चिन्हित कर एटीएस ने यह सूची तैयार की है। दोनों गिरोहों के फरार साथियों की सरगर्मी से तलाश हो रही है। पिछले कुछ दिनों से एटीएस की टीम धनबाद में कैंप कर रही है। इनपुट के आधार पर आसपास के जिलों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों में भी लगातार छापेमारी की जा रही है। इधर, एसएसपी संजीव कुमार ने भी दोनों गैंग पर शिकंजा कसने के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है। पुलिस की यह टीम एटीएस के साथ समन्वय स्थापित कर काम कर रही है।
फरार अपराधियों की दूसरे मामलों में भी रद्द होगी जमानत
पुलिस प्रिंस खान और अमन सिंह से जुड़े कई गुर्गों की तलाश में है। ऐसे अपराधियों के घर में लगातार छापेमारी भी की जा रही है। पुलिस को पता चला है कि हाल में जेल से निकले प्रिंस और अमन सिंह के कुछ गुर्गे भूमिगत होकर गिरोह के कार्यों में सक्रिय हैं। न्यायालय में अर्जी देकर ऐसे लोगों की जमानत दूसरे मामलों में भी रद्द कराने की कार्रवाई की जाएगी।