जयपुर
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया के आरोपों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा ने दमदार पलटवार किया। लोकेश शर्मा ने सतीश पूनिया के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि कानून का राज तब खत्म होता है, जब अपराध हों लेकिन पुलिस कार्रवाई न करे। लेकिन राजस्थान में तत्काल, निष्पक्ष और कड़ी कार्रवाई होती है। यही नहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार मामले दबाती नहीं है, बल्कि गंभीरता के साथ तुरंत प्रभावी कार्रवाई करती है।लोकेश शर्मा ने प्रदेश में अपराधों के दर्ज होने में हो रही बढ़ोतरी को मुद्दा बनाने पर भी भाजपा नेता को घेरा।
अनिवार्य एफआईआर की पॉलिसी लागू
लोकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा बार-बार प्रदेश में मुकदमे दर्ज होने को मुद्दा बनाने की कोशिश करती है, जबकि राज्य की मौजूदा सरकार ने अनिवार्य एफआईआर की पॉलिसी लागू की है, जिसकी वजह से प्रकरणों की संख्या में भले ही बढ़ोती हुई हो, परन्तु वास्तविकता ये है कि राजस्थान में प्राथमिकी दर्ज करना अनिवार्य होने की नीति के बाद भी साल 2021 में 2019 की तुलना में करीब 5% अपराध कम दर्ज हुए हैं, जबकि भाजपा शासित मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, उत्तराखंड समेत 17 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में अपराध अधिक दर्ज हुए हैं।
दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले भाजपा शासित मध्य प्रदेश में हैं
लोकेश शर्मा ने उप नेता प्रतिपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले भाजपा शासित मध्य प्रदेश में हैं। इसी तरह हत्या, महिलाओं के विरुद्ध अपराध और अपहरण में भाजपा शासित उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है। भाजपा द्वारा अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए टारगेट के तहत झूठ बोलकर प्रदेश को बदनाम करने की इस साजिश को राजस्थान हर्गिज नहीं सहेगा।लोकेश शर्मा ने कहा कि उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने अपने ट्वीट में दावा किया था कि कांग्रेस सरकार के शासन में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर हैं, जबकि पूनिया के ये आरोप सरासर गलत हैं।