नूंह
नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा में कई रोहिंग्या शरणार्थियों की गिरफ्तारी की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने 20 से अधिक मुकदमे दर्ज कर 25 के आसपास रोहिंग्या शरणार्थियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों का कहना है कि इनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सभी को यूएन की ओर से शरणार्थी पहचान पत्र दिए गए हैं।
नूंह में रह रहे ज्यादातर रोहिंग्या म्यांमार के रखाइन प्रांत से हैं। साल-2017 में हुई हिंसा के बाद वह भारत के कई रास्तों से होते हुए नूंह आए थे। बताया जा रहा है कि नूंह में इनकी संख्या दो हजार के आसपास है। इनमें से अधिकांश के पास शरणार्थी होने का यूएन कार्ड है। पुलिस को आशंका है कि शरणार्थी बनकर रह रहे कई रोहिंग्या मुसलमानों ने भी नूंह में साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने में संलिप्तता निभाई है। पुलिस के पास इसके इनपुट्स हैं। नूंह के नए एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि हमें रोहिंग्या के नूंह में हुई हिंसा में शामिल होने के इनपुट मिले हैं। शरणार्थी बनकर रह रहे इन रोहिंग्याओं के दस्तावेजों की जांच की जा रही है कि किनके पास यूएन कार्ड हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने में 60 गिरफ्तार
नूंह में हिंसा बढ़ने का एक कारण सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करना भी रहा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में अब तक 60 के आसपास आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही सोशल मीडिया संबंधित 10 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस के अनुसार नूंह हिंसा में घायलों की संख्या बढ़कर अब 88 तक पहुंच गई है। शुक्रवार तक हिंसा में घायल 70 लोगों की पहचान की गई थी।
उन्माद फैलाने वाले 12 दबोचे : फरीदाबाद में धार्मिक उन्माद फैलाने के मामले में पांच मुकदमे दर्जकर 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार आरोपियों में से दो को शनिवार को अदालत में पेश किया। उन्हें छह दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
एक आरोपी यूपी के बिजनौर से पकड़ा : सारण थाना अंतर्गत सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो पोस्ट करने के आरोपी को पुलिस ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान यूपी के मेरठ निवासी साजिद के रूप में हुई है। पुलिस उसे अदालत में पेशकर रिमांड पर लिया है और पूछताछ कर रही है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि वीडियो वायरल करने के मामले में आरोपी साजिद और उसके दो साथियों के खिलाफ शुक्रवार को थाना सारण में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी अपने दो दोस्तों के साथ धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की थी। इसमें वह भड़काऊ बातें कह रहा है। उसका समर्थन दो दोस्त भी कर रहा है।