दरअसल, ये एक ऐसी सब्जी है जिसमें सारा विटामिन सी, एल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड, ग्लाइकोसाइड, अमीनो एसिड, जिंक, पोटेशियम, फॉस्फोरस और सोडियम होते हैं जो विभिन्न स्वास्थ्य और त्वचा से जुड़ी समस्याओं के इलाज में मदद करते हैं। लेकिन, आज हम कंटोला के ग्लाइसेमिक इंडेक्स के बारे में भी जानेंगे और फिर जानेंगे कि डायबिटीज के मरीजों के लिए इसका सेवन कैसे फायदेमंद हो सकता है। साथ ही इस बीमारी में इसे कब और कैसे खाएं। जानते हैं इन तमाम चीजों के बारे में विस्तार से।
शुगर स्पाक को रोकता है
डायबिटीज में कंटोला खाना इसलिए फायदेमंद है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो है। ये डायबिटीज में शुगर लेवल को कम करता है क्योंकि इसमें इंसुलिन बढ़ाने की क्षमता होती। इसके अलावा ये अचानक होने वाले शुगर स्पाइक को रोकता है और इस पचाने की गति को सही करने में मदद कर सकता है। दरअसल, इसे ऐसे समझें कि कोई भी चीज जिसमें फाइबर अधिक हो और पानी की मात्रा भरपूर हो, वो डायबिटीज के लिए परफेक्ट वेजिटेबल है।
डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में मददगार
डायबिटीज में कंटोला खाने के फायदे कई हैं। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स का एक बड़ा स्रोत है, जो कि डायबिटीज के मरीजों में दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करता है। इसके अलावा ये न्यूरोपैथी की समस्या को भी कम करने में मददगार है। इतना ही नहीं इस सब्जी में कैलोरी कम होती है मतलब ऐसे समझें कि प्रति 100 ग्राम में लगभग 17 कैलोरी होती है। इसके अलावा कंटोला में पानी की मात्रा भी अधिक होती है, इसलिए अगर आप डायबिटीज में कब्ज की समस्या को कम करना चाहते हैं या फिर अपना वजन कंट्रोल करना चाहते हैं तो कंटोला खाएं।
तो, कंटोला उबाल लें और इसे मैश करके इसका पकौड़ी बनाकर खा लें। इसके अलावा आप नॉर्मल तरीके से भी इसकी सब्जी बनाकर खा सकते हैं जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए भी खाना फायदेमंद होगा। तो, आज से अपनी डाइट में कंटोला शामिल करें।