नई दिल्ली
शेयर बाजार में किस्मत आजमाने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। हाल के महीनों में बाजार में आई तेजी ने रिटेल निवेशकों को काफी आकर्षित किया है और यही वजह है कि वो शेयर बाजार में दांव लगा रहे हैं। पिछले महीने यानी जुलाई में दो डिपॉजिटरी- सीडीएसएल और एनएसडीएल के साथ करीब 30 लाख नए डीमैट खाते खोले गए हैं। वहीं, यह आंकड़ा जनवरी 2022 के बाद से सबसे अधिक है और पिछले 12 महीने के औसत 20 लाख से करीब 50 प्रतिशत अधिक है। ऐसे में देखा जाए तो जुलाई में 18 महीने में सबसे ज्यादा डीमैट खाते खोले गए हैं। जुलाई में डीमैट खाते में रिकॉर्ड बढ़ोतरी से यह संख्या 12.35 करोड़ की नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।
निवेशकों की संख्या बढ़ने की वजह: विशेषज्ञों के अनुसार, इक्विटी बाजार में खुदरा निवेशकों की रुचि बाजार की भावनाओं से प्रभावित होती है। हाल ही में माइक्रो-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों ने निफ्टी और सेंसेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है, जिससे इक्विटी में सामान्य रुचि फिर से बढ़ी है। पिछले कुछ महीने से बाजार में तेजी देखी जा रही है। सेंसेक्स और निफ्टी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है और ये नए स्तर पर पहुंच गए हैं।
भारतीय बाजार में बढ़ रहा विश्वास:विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बाजार की बात करें, तो पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में इसमें गिरावट भी देखने को मिली है, लेकिन जिस तरह से दुनियाभर के मुश्किल हालातों में भारतीय शेयर बाजार ने प्रदर्शन किया है, उससे निवेशकों में एक भरोसा कायम हुआ है और इस वजह से ही बाजार में निवेश करने वालों की संख्या में इजाफा होता दिख रहा है।
आगे भी अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद: बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि देश में आगे की बढ़ोतरी दर की संभावनाएं काफी मजबूत नजर आ रही हैं। देश के बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट में काफी अच्छी बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। इसके चलते इक्विटी मार्केट में और भी तेजी आने की संभावना है। उन्होंने आने वाले समय में कॉरर्पोरेट में अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद भी जताई है।
क्या है डीमैट अकाउंट: जिस तरह बैंक में पैसे जमा करने के लिए बैंक खाते की जरूरत होती है। उसी तरह शेयर बाजार में भी पैसे लगाने के लिए डीमैट खाते की जरूरत पड़ती है। यह वह खाता होता है, जहां शेयरधारक अपने शेयर रखता हैं। यहीं से वह अपने शेयर खरीदता और बेचता है।
पुराने डीमैट खाते को बंद करना बेहतर विकल्प
अगर आपका डीमैट खाता बहुत पुराना है और आप उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो उसे बंद कर देना एक अच्छा विकल्प है क्योंकि डीमैट खाते पर आपको हर साल एक वार्षिक चार्ज देना पड़ता है। अगर आप इस खाते को इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो इसे बंद कर देना ही फायदेमंद है।
खाता बंद करने का तरीका
– डीमैट खाता बंद करने की प्रक्रिया ऑफलाइन होती है। पहले एनएसडीएल के डीपी (डिपॉजिटरी पॉर्टिसिपेंट्स) ऑफिस जाना होगा।
– खाता बंद करने का फॉर्म यहीं से मिलेगा। फॉर्म को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स की वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते हैं।
– फॉर्म भरकर ऑफिस में जमा करना होगा। खाता बंद करते समय डीपी-आईडी और क्लाइंट आईडी देनी होगी।
– खाता बंद करने की वजह भी बतानी होगी। इसके बाद खाते में जमा पैसों को दूसरे खाते में ट्रांसफर करके उसकी जानकारी देनी होगी।
– खाता बंद करने का आवेदन करने के बाद यह कुल 10 दिन के भीतर बंद कर दिया जाएगा।
– खाते को बंद करने में आपको किसी तरह का भुगतान नहीं करना पड़ेगा।