मुंबई
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' (TMKOC) इंडियन टेलीविजन पर सबसे फेमस शोज में से एक है। इस शो में शैलेश लोढ़ा ने 'तारक मेहता' का किरदार निभाया। उन्हें शो में काफी पसंद किया गया, लेकिन अप्रैल 2022 में उन्होंने सीरियल को अलविदा कह दिया। इसी साल की शुरुआत में एक्टर ने प्रोड्यूसर असित कुमार मोदी के खिलाफ उनका बयान ना चुकाने के लिए मामला दर्ज कराया और आखिरकार शैलेश के पक्ष में फैसला आ गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि 'Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah' के प्रोड्यूसर असित कुमार मोदी पिछले कई समय से विवादों में हैं। शो में मिसेज रोशन सिंह सोढ़ी का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल ने असित कुमार मोदी और दो अन्य पर यौन उत्पीड़न किए जाने का दावा किया था। सीरियल से जा चुके कई स्टार्स ने ये भी दावा किया है कि सेट पर भेदभाव होता है, पॉलिटिक्स होती है।
शैलेश और असित कुमार मोदी में हुआ समझौता
इस साल की शुरुआत में 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' स्टार शैलेश लोढ़ा ने अपना बकाया चुकाने के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से संपर्क किया और दिवाला और दिवालियापन संहिता की धारा 9 के तहत मामले की सुनवाई हुई और वर्चुअल माध्यम से शैलेश लोढ़ा और असित कुमार मोदी के बीच समझौता हुआ।
शैलेश लोढ़ा को 1 करोड़ से ज्यादा का भुगतान
हमारे सहयोगी ईटाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फैसला मई में आया था और तारक मेहता का उल्टा चश्मा के निर्माता असित कुमार मोदी को शैलेश लोढ़ा को सेटलमेंट अमाउंट के रूप में 1,05,84,000 रुपये का भुगतान करना पड़ा।'
लड़ाई कभी भी पैसों को लेकर नहीं थी
इस मामले के बारे में बात करते हुए शैलेश लोढ़ा ने कहा, 'यह लड़ाई कभी भी पैसे को लेकर नहीं थी। यह न्याय और आत्मसम्मान की तलाश के बारे में था। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने कोई लड़ाई जीत ली है और मुझे खुशी है कि सच्चाई की जीत हुई है।' शो से बाहर निकलने और जो गलत हुआ उसे याद करते हुए उन्होंने कहा, 'वह चाहते थे कि मैं अपना बकाया चुकाने के लिए कुछ कागजात पर साइन करूं। उनकी कुछ शर्तें थीं कि आप मीडिया से बात नहीं कर सकते और अन्य चीजें। मैं हाथ घुमाने पर नहीं झुका। मैं अपना पैसा पाने के लिए किसी कागजात पर साइन क्यों करूंगा?'