भोपाल
चुनाव से ठीक पहले पुलिस अफसरों के तबादलों में भी विधायकों को साधने का काम जमकर हुआ। करीब तीन दर्जन विधायकों की अपनी डिमांड के चलते डीएसपी के तबादला आदेश जारी होने में तीन दिन लग गए, जबकि तबादला सूची कुछ दिन पहले ही ही तैयार हो गई थी।
जबकि उसे जारी गुरुवार को किया गया। जिसमें 252 डीएसपी और कार्यवाहक डीएसपी प्रभावित हुए। प्रदेश में होने वाले चुनाव और उसकी जमावट में सरकार से लेकर उसके विधायक तक सभी पूरी ताकत के साथ जुटे हुए हैं। इसी क्रम में अपने-अपने निकट के पुलिस अफसरों को अपने क्षेत्र में ले जाने का भी क्रम जमकर चला।
अपने विधानसभा क्षेत्र वाले पुलिस संभाग में अपने मनपसंद के अफसर को ले जाने के लिए तीन दर्जन के लगभग विधायकों ने पुलिस मुख्यालय से लेकर गृह विभाग, मंत्री और मुख्यमंत्री तक संपर्क किया था। सूत्रों की मानी जाए तो जब तबादला आदेश जारी करने के लिए सूची बनाई गई तो इनमें से कई विधायकों की पसंद को दरकिनार कर दिया गया था, लेकिन आदेश जारी होने से पहले इसकी भनक कुछ विधायकों को लग गई कि इसमें उनकी सिफारिश को तवज्जो नहीं दी जा रही है, इसके बाद कुछ विधायक सक्रिय हुए।
जिसमे चलते तबादला आदेश जारी होने से रोक दिए गए। इसके बाद तीन दिन तक इस लिस्ट में व्यापक रूप से फेरबदल किया गया और अंत में अधिकांश विधायकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए डीएसपी के तबादला आदेश जारी कर दिए गए।