नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (BJP) सहित कई दल परिवारवाद का मुद्दे बड़े ही मजबूती से उठाते हैं। लोकसभा में दल्ली अध्यादेश बिल पर चर्चा के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की मुखिया शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने इस मुद्दे पर खुलकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने खुद को परिवारवाद का प्रोडक्ट बताया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इसका अभिमान है। साथ ही उन्होंने केंग्र सरकार पर हमला करते हुए दिल्ली सर्विस बिल को देश के संघीय ढांचे पर प्रहार बताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की चुनी गई सरकार के अधिकारों को कम करने वाला है। उन्होंने कहा, ''मैं परिवारवाद का प्रोडक्ट हूं और मुझे इसका गर्व है। बीजेपी में भी परिवारवाद है। जीके वासन, कर्नाड संगामा, चिराग पासवान, दुष्यंत चौटाला जैसे नेता जब एनडीए की बैठक में आते हैं तो पीएम उन्हें क्यों कुछ नहीं कहते हैं।''
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर परविवाद के मुद्दे पर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों को घेरते रहते हैं। 15 अगस्त 2022 को स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में परिवारवाद पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बताया कि परिवारवाद से नफरत क्यों जरूरी है।
'परिवारवाद ने प्रतिभाओं में कुंठा भर दी है'
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि परिवारवाद से नफरत जरूरी है क्योंकि इसने प्रतिभाओं में कुंठा भर दी है। पीएम ने कहा था कि मैं भाई भतीजावाद, परिवारवाद की बात करता हूं तो लोगों को लगता है मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात कर रहा हूं। दुर्भाग्य से राजनीति की इस बुराई ने हिन्दुस्तान की सभी संस्थाओं में परिवारवाद को पोषित कर दिया है। इससे मेरे देश की प्रतिभा को नुकसान होता है। पीएम मोदी ने युवाओं से अपील करते हुए कहा था कि मैं भाई-भतीजावाद के खिलाफ जंग में युवाओं का साथ चाहता हूं। मैं इन विषयों पर चर्चा करना चाहता हूं। इन चुनौतियों, विकृतियों, बीमारियों के खिलाफ अगर समय रहते नहीं चेते तो विकराल रूप ले सकते हैं।