रायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा है कि शिक्षा विभाग में पदस्थापनाओं को लेकर हुई कार्रवाई के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार के राज का एक और नया प्रमाणित भ्रष्टाचार सामने आया है। अब तक इस मामले में दोषी पाए गए अधिकारियों पर हुई कार्रवाई को अपर्याप्त बताते हुए श्री चंदेल ने कहा कि यह पता लगाया जाए कि इन अधिकारियों को किन लोगों का संरक्षण था? क्या उन लोगों का पता लगाकर प्रदेश सरकार उन लोगों पर कार्रवाई करने का साहस दिखाएगी, जिनके संरक्षण में इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया।
चंदेल ने कहा कि पदस्थापना आदेश में संशोधन करने के इस बेहद गंभीर मामले के परिप्रेक्ष्य में अब तक हुई तमाम पदस्थापनाओं की पूरी जाँच कराई जाए और यह भी पता लगाया जाए कि इस पूरे भ्रष्टाचार में कितने रुपयों का लेन-देन हुआ है? प्रदेश सरकार इस मामले के सारे तथ्यों को सार्वजनिक करे। श्री चंदेल ने कहा कि यह बेहद गंभीर और प्रदेश के शर्मनाक विषय है कि शिक्षा विभाग की पदस्थापना में लेन-देन, कमीशन, करप्शन को लेकर करीब एक दर्जन से अधिकारियों के निलंबन की घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के बाद अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि भ्रष्टाचार का यह खेल पता नहीं, कितने सालों से चल रहा है? कौन-कौन इसमें शामिल हैं? भाजपा प्रदेश सरकार से मांग करती है कि जितने भी प्रकरण इस तरह के प्रकाश में आए हैं, जितनी भी पदस्थापनाएँ कांग्रेस शासनकाल के इन पौने पाँच सालों में हुई हैं, सबकी उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जाँच कराई जाए। श्री चंदेल ने कहा कि जिन लोगों को भ्रष्टाचार के इस मामले में दोषी पाया जाए, उनके खिलाफ सख्त-से-सख्त कार्रवाई की जाए।