नईदिल्ली
गाजियाबाद के मोदीनगर के पादरी महेंद्र को धर्मांतरण कराने के लिए अमेरिका से हर महीने एक से दो लाख रुपये की जो रकम मिल रही थी, उसे वह अपने या पत्नी सीमा के नहीं, बल्कि दो बहनों अनीता और दीपिका के बैंक खातों में मंगा रहा था। एक साल पहले धर्मांतरण की मुहिम तेज करते ही उसने अपने और सीमा के खाते बंद करा दिए थे।
दोनों के चार-चार खाते थे। माना जा रहा है कि उसने ऐसा इसलिए किया ताकि उसके पकड़े जाने की सूरत में धर्मांतरण के लिए की जा रही विदेशी फंडिंग का राज न खुलने पाए। मामले की कड़ी से कड़ी जोड़ने की कोशिश में लगे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उन खातों का ब्योरा निकलवाया जिनसे पादरी और सीमा के खातों में एक साल पहले तक रकम आ रही थी।
इसी से पता चला कि इन दोनों के खाते बंद होने के बाद रकम अनीता और दीपिका के खातों में आने लगी। पुलिस की एक टीम ने पादरी के गांव पीरनगर सूदना जाकर उसके परिजनों से इस बारे में लंबी पूछताछ की। इसमें साफ हुआ कि पादरी ने ही बहनों के खाते खुलवाए थे।
वह ही इन खातों को चला रहा था। बहनों को खातों में रकम आने की जानकारी ही नहीं है। खातों में एक साल में ही लगभग 25 लाख रुपये आ चुके हैं। बैंकों से मिले ब्योरे से यह भी पता चला है कि पादरी हर महीने 150 लोगों के खाते में रकम भेजता था।
माना जा रहा है कि वह इन लोगों का भी धर्मांतरण कराने की तैयारी कर चुका था। पुलिस अब इन लोगों का पता लगाकर उनसे पूछताछ करेगी। यह तो पहले ही साफ हो चुका है कि पादरी और सीमा 100 लोगों का धर्मांतरण करा चुके थे। दोनों को जेल भेजा चुका है।
एसीपी ज्ञान प्रकाश राय का कहना है कि धर्मांतरण के बारे में बैंकों से विदेशी फंडिंग के बारे में अहम जानकारी मिली है। कुछ और ब्योरा आने पर तस्वीर और साफ होगी। यह बड़ा मामला है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला से पादरी और सीमा के मोबाइल की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। इससे कई जानकारी मिल सकती हैं।
दंपती पर बनाया धर्मांतरण का दबाव
उधर, गुरदासपुर निवासी युवक ने लिंक रोड थाने में धर्मांतरण के लिए दबाव बनाए जाने का केस दर्ज कराया है। युवक का आरोप है कि उसकी पत्नी से चमेट एप पर बातचीत के दौरान दो लोगों ने धोखे से अश्लील वीडियो बना ली। इसके बाद वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करने की धमकी देकर पत्नी और उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाया।
दंपती पहले साहिबाबाद में रहते थे। कोर्ट के आदेश पर दर्ज कराई गई एफआईआर में युवक ने मुंबई के वलीद उर्फ मुस्तफा और ऊधमसिंहनगर के कबीर उर्फ शाहजहां को नामजद कराया है।
युवक का कहना है कि दोनों आरोपी गिरोह चलाते हैं। उनके गिरोह का एक सदस्य जेल में बंद है। गिरोह ने धमकी देकर एक लाख रुपये भी वसूले हैं। साहिबाबाद एसीपी भास्कर वर्मा का कहना है कि युवक से संपर्क किया गया तो उसने खुद को पंजाब में बताया। उसके आने पर बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई होगी।
बद्दो और नन्नी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल
ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिये उद्यमी के बेटे का धर्मांतरण कराने के मामले में पुलिस ने बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। इसमें शाहनवाज उर्फ बद्दो और अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में सुनवाई सात अगस्त को होगी। दूसरी ओर दोनों आरोपियों की तरफ से जमानत के लिए जमानत के लिए अर्जी दी गई।
इस पर सुनवाई चार अगस्त को होगी। राजनगर निवासी उद्यमी की तहरीर पर दोनों के खिलाफ कविनगर थाने में केस 30 मई को दर्ज हुआ था। पुलिस ने दो महीने में ही जांच पूरी कर ली। इसमें खुलासा हुआ कि दोनों ने फरीदाबाद के चार किशोरों का भी धर्मांतरण कराया।