हैदराबाद,
तेलंगाना पुलिस ने एक से 31 जुलाई तक चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान के नौवें चरण के दौरान राज्य भर में लड़कों और लड़कियों सहित 2470 बच्चों को बचाया है। पुलिस ने जारी एक बयान में बताया गया है साइबराबाद पुलिस दलों ने करीब 676 बच्चों को बचाया था।
ऑपरेशन मुस्कान लापता और तस्करी के शिकार बच्चों का पता लगाने और उन्हें बचाने के लिए जुलाई महीने में आयोजित एक वार्षिक पहल है। इसका उद्देश्य लापता बच्चों का पता लगाना, बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी, सूक्ष्म उद्योग, भिक्षावृत्ति और तस्करी में लगे लोगों की पहचान करना और बाद में उन्हें बचाकर उनके परिवारों से मिलाना है।
तेलंगाना राज्य पुलिस ने सभी संबंधित विभागों के समन्वय से जुलाई महीने में ऑपरेशन मुस्कान और जनवरी के दौरान एक महीने के लिए ऑपरेशन स्माइल चलाती है। हाल ही में ‘ऑपरेशन मुस्कान- 9’ को टीमों के लिए नोडल एजेंसी, महिला सुरक्षा विंग की कड़ी निगरानी में एक से 31 जुलाई तक राज्य भर में क्रियान्वित किया गया था।
अभियान के दौरान, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों, धार्मिक स्थानों, ट्रैफिक जंक्शनों, मैकेनिक की दुकानों, ईंट उद्योगों, निर्माण क्षेत्रों, दुकानों, चाय की दुकानों और फुटपाथों जैसे विभिन्न स्थानों से कमजोर बच्चों को बचाया गया।
ऑपरेशन मुस्कान-9 के दौरान दो सौ 63 लड़कियों सहित दो हजार छह सौ 17 लापता बच्चों का पता लगाया है। उनमें से दो सौ बारह लड़कियों सहित दो हजार दो सौ तीस बच्चों को उनके माता-पिता और अभिभावकों को सौंप दिया गया, जबकि तीन सौ 87 बच्चों को आश्रय स्थलों में रखा गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शिखा गोयल ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के दौरान लगभग दो हजार तीन सौ से अधिक बच्चों का लापता बच्चों से मिलान किया गया। कानूनों की विभिन्न धाराओं के तहत 4 सौ से अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई, जबकि चार सौ 36 आरोपियों की पहचान करके उन्हें उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने कहा है कि ऑपरेशन के तहत दूसरे राज्य या देश से आई 69 लड़कियों समेत आठ सौ लापता बच्चों का पता लगाया गया।