नईदिल्ली
नूंह में हुई हिंसा के विरोध में दिल्ली में जगह-जगह विश्व हिंदू परिषद का प्रदर्शन हो रहा है, जिसमें बजरंग दल में भी साथ दिया है। वर्ष 2020 में दिल्ली के उत्तर पूर्वी ज़िले में दंगे हुए थे, जिसमें 53 लोगों की मौत हुई थी। आज प्रदर्शन को देखते हुए दंगा प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोग बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे थे। लोगों को डर है कि प्रदर्शन के चलते किसी तरह की परेशानी न हो जाए और बच्चे फंस न जाएं।
हिंसा से छह लोगों ने तोड़ा दम
विहिप, बजरंग दल सहित कई हिंदू संगठनों की तरफ से नूंह में निकाली गई जलाभिषेक यात्रा पर मुस्लिमों द्वारा किए गए हमलों में घायल छह लोगों ने दम तोड़ दिया है। इनमें दो की पहचान पानीपत के रहने वाले बजरंग दल कार्यकर्ता अभिषेक और नूंह के भादस गांव के शक्ति सैनी के रूप में हुई है।
प्रदेश सरकार ने दिया मुआवजा
इस हिंसा में 100 से अधिक घायल लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें 20 पुलिसकर्मी शामिल हैं। तीन घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है। हिंसा में गुरुग्राम की पुलिस के दो होमगार्ड नीरज और गुरसेव की सिर में पत्थर और गोली लगने से सोमवार को ही मौत हो गई थी। इन दोनों के स्वजन को प्रदेश सरकार की तरफ से 57-57 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा फैलाने के मामले में 49 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। अब तक 70 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।