रांची
बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से बने निम्न दबाव की वजह से झारखंड में मानसून सक्रिय हुआ है। सोमवार से ही राजधानी रांची सहित आसपास के जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे मौसम सुहावना हो गया है। गौरतलब है को सोमवार को कोल्हान प्रमंडल के कई स्थानों पर अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक गोइलकेरा में 75 मिमी, जगन्नाथपुर में 60 मिमी, महेशपुर में 58 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
राजधानी रांची में छाए हैं बादल
सुबह से ही राजधानी रांची में बादल छाए हैं और रुक-रुककर रिमझिम बारिश हो रही है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि झारखंड के पूर्वी और मध्य भाग में कहीं-कहीं भारी बारिश होगी। इस दौरान वज्रपात का भी अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम में भी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। सभी जिलों के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। कहा जा रहा है कि अगले 3 दिनों तक राज्य में ऐसा ही मौसम बना रहेगा। धनबाद में भी बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया है। हालांकि, अभी भी यह बारिश खेती के लिहाज से नाकाफी है।
4 अगस्त तक बारिश का पूर्वानुमान जताया
मौसम विज्ञान केंद्र (रांची) ने आगामी 4 अगस्त तक बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। इस दौरान कई स्थानों पर गरज के साथ वज्रपात की चेतावनी भी जारी की गई है। संताल परगना के साहिबगंज में भी सोमवार को बारिश हुई। 31 जुलाई को जिले में 21 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
झारखंड में अभी भी औसत से कम बारिश
गौरतलब है कि झारखंड में अभी भी औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि इस अवधि में जहां 455 मिमी से अधिक बारिश होना चाहिए था वहीं 48 फीसदी कम बारिश हुई है। इसकी वजह से गुमला सहित कई जिलों में खेत सूखने लगे हैं। खेतों में दरारें आ गई है। पानी की कमी की वजह से किसान धान की रोपनी नहीं कर पाए। विधानसभा सत्र में भी कम बारिश का मुद्दा उठा। कृषि विभाग भी इसे लेकर चिंतन कर रहा है। दरअसल, मानसून की बेरुखी से पिछले वर्ष भी झारखंड में सूखा पड़ा था।