Home छत्तीसगढ़ युवाओं को स्व रोजगार बनाने में बांस के ट्री गार्ड का योगदान

युवाओं को स्व रोजगार बनाने में बांस के ट्री गार्ड का योगदान

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रायपुर
बिलासपुर जिले के युवा को बांस के उपयोगी ट्री गार्ड बनाकर पर्यावरण को संरक्षित करने का बेहतर कार्य कर रहे हैं। इससे पेड़-पौधें सुरक्षित रहेंगे है। पौधे लगाने के साथ ही उनको बचाने की व्यवस्था बहुत जरूरी हैं। हर साल बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाते हैं।

 ट्री गार्ड से पेड़-पौधे सुरक्षित तो रहते ही हैं साथ ही पशुओं से पौधों को बचाने के लिए ट्री गार्ड उपयोगी है। ट्री गार्ड बनाने के लिए अधिक संख्या में बांस की आवश्यकता होती है जिसकी आपूर्ति बांस की खेती करने वाले किसान करते ही इसका सीधा लाभ युवाओं के साथ बांस के खेती करने वाले किसानों को मिल रहा है और ये आर्थिक रूप से संपन्न हो रहे हैं।

राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना रीपा से ग्रामीण युवाओं को रोजगार मिला है। जिले के बिल्हा ब्लॉक के ग्राम पंचायत धौरामुडा में बांस कारीगरी हेतु इकाई की स्थापना की गई है, जिसका संचालन गांव के श्री मंदराम टेकाम कर रहे है। इस इकाई में ग्रामीण युवा सदस्य भी कार्य कर रहे हैं। इन युवाओं द्वारा ट्री गार्ड बनाने का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में इन्हें वन विभाग बिलासपुर द्वारा 3 लाख रूपये के 6 हजार ट्री गार्ड का ऑर्डर मिला है एवं लगभग 2 हजार ट्री गार्ड युवाओं द्वारा बनाया लिया गया है। इस योजना ने ग्रामीण युवाओं को सीधे तौर पर रोजगार उपलब्ध कराया और साथ ही आर्थिक रूप से सशक्त होकर आत्मनिर्भर बनने की राह में अग्रसर हो रहें हैं।