नई दिल्ली
नूंह उपद्रव की खबर ने दिल्ली के थोक बाजारों को सहमा दिया है। इसे लेकर चर्चा होती रही, क्योंकि नूंह क्षेत्र से महत्वपूर्ण राजमार्ग निकलते हैं। जिससे राजस्थान, हरियाणा के कुछ हिस्से, आगरा व महाराष्ट्र समेत दक्षिण के राज्यों को जोड़ता है। नूंह हिंसा में ही कई ट्रकों को निशाना बनाने तथा उसे आग के हवाले करने की खबर आई।
ट्रांसपोर्ट संगठनों ने एडवाइजरी की जारी
इसी तरह इस उपद्रव में कई ट्रक चालकों व सहायकों के गंभीर रूप से घायल होने की बात आ रही है, जिसे देखते हुए आनन-फानन में दिल्ली के ट्रांसपोर्ट संगठनों ने एडवाइजरी जारी करते हुए व्यावसायिक वाहनों के नूंह से पहले ही रूकने की सलाह दी है। वहीं, उपद्रवग्रस्त क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद कर देने तथा फोन की सुविधा प्रभावित होने से ट्रांसपोर्टर अपने वाहनों की जानकारी लेने को लेकर परेशान दिखे।
ऑल इंडिया मोटर एवं गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र कपूर के मुताबिक उपद्रव की स्थिति में उपद्रवियों के सर्वाधिक निशाने पर ट्रके होती है। इस उपद्रव में भी कई ट्रकों को निशाना बनाने की खबरें आ रही है। हालांकि, इन खबरों की सत्यता अभी नहीं है। फिर भी उन्होंने शासन-प्रशासन से जहां ट्रकों व चालकों की सुरक्षा सुरक्षित करने करने की मांग की है। वहीं, उपद्रवियों से उन लोगों को निशाना न बनाने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि जो ट्रकें जहां है, वहीं रूक जाए, उपद्रवग्रस्त क्षेत्र में प्रवेश न करें। करीब एक वर्ष तक दिल्ली की सीमा पर हुए किसानों के आंदोलन के बाद यह दूसरी घटना है जब राष्ट्रीय राजधानी के कारोबार को प्रभावित करेगा। कुछ दिन पहले दिल्ली समेत कुछ राज्यों में बाढ़ ने भी आंशिक प्रभाव डाला था।
दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन चांदनी चौक के महामंत्री श्रीभगवान बंसल ने कहा कि अगर नूंह का रास्ता बाधित रहता है तो कई राज्यों से कारोबार पर प्रभाव पड़ेगा। वहां से उत्पादों को लाने ले जाने में कठिनाई के साथ उधर के खरीदार भी यहां नहीं आ सकेंगे।