रांची
रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार (होटवार) में उपायुक्त राहुल सिन्हा और एसएसपी किशोर कौशल ने छापा मारा। सोमवार अहले सुबह तकरीबन 4 बजे वरीय अधिकारियों द्वारा पुलिस बल के साथ छापेमारी होते ही कैदियों में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि पूरे 3 घंटे तक पुलिस ने जेल में बंद एक-एक कैदी की गहन तलाशी ली। इस दौरान पुलिस को कैदियों के पास से कुछ भी आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। वरीय अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी रुटीन जांच का हिस्सा था। मकसद यह देखना था कि जेल से कोई गैर-कानूनी गतिविधि तो नहीं की जा रही है।
संगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई
गौरतलब है कि राजधानी रांची में संगठित आपराधिक गिरोह पर लगाने लगाने के लिए रांची पुलिस द्वारा कार्रवाई जारी है। बीते दिनों मुख्यमंत्री ने राज्य के पुलिस प्रमुख सहित सभी जिलों के एसपी और अन्य वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी। तब मुख्यमंत्री ने प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्ययवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन को सख्त लहजे में निर्देश दिए थे। राज्य के पुलिस प्रमुख से मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब हमने खुली छूट दे रखी है तो फिर संगठित अपराध पर रोक क्यों नहीं लग रही है। क्यों सरेआम लोगों की हत्या हो जाती है। इस पर तुरंत लगाम लगना है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर रेस है राज्य का पुलिस-प्रशासन
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद से एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी सड़कों पर उतरे। सघन तलाशी अभियान चलाया गया। इसी बीच रांची के नगड़ी स्थित दलादली चौक पर युवा आदिवासी नेता सुभाष मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गौरतलब है कि विधानसभा का मानसून सत्र जारी है और विपक्षी दल सरकार को विधि-व्यवस्था के मसले पर घेरने की तैयारी में है।