तुलसी एक पूजनीय आयुर्वेदिक औषधि है. हिंदू धर्म में लोग इसकी पूजा भी करते हैं, लेकिन आपको पता है कि तुलसी के बहुत सारे फायदे होते हैं. तुलसी जहां वातावरण को स्वच्छ करती है. वहीं हमारे शरीर की अनेकों बीमारियों के लिए भी कारगर है. इसे सुख और कल्याण के लिए लोग अपने घरों में रखते हैं.
तुलसी के फायदे
तुलसी के पौधे का हर भाग स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. तुलसी की जड़, उसकी शाखाएं, पत्ती और बीज सभी का अपना-अपना महत्व है. तुसली से अनेक रोग ठीक होते हैं. तुलसी का उपयोग खांसी, सर्दी, दस्त, अनियमित पीरियड्स, योनि रोग, सांस की परेशानी के साथ साथ अन्य कई बीमारियों के लिए होता है. साथ ही कैंसर जैसी बड़ी बीमारी में भी तुलसी का उपयोग होता है. तुलसी को चेहरे की चमक के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है.
तुलसी के प्रकार
तुलसी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. घर के आंगन में तुलसी का होने बहुत ही शुभ माना जाता है. आइए जानते हैं तुलसी कितने प्रकार की होती है. उनके लाभ और उपाय क्या होते हैं.
तुलसी मूल रूप से 5 प्रकार की होती है…
1) श्यामा तुलसी
2) राम तुलसी
3) श्वेत तुलसी
4) वन तुलसी
5) नींबू तुलसी
श्यामा तुलसी– श्यामा तुलसी के पत्ते गहरे बैंगनी रंग के होते हैं. इसलिए इसे श्यामा तुलसी कहा जाता है. कहा जाता है कि श्याम रंग की तुलसी होने के कारण ही यह भगवान कृष्ण को अति प्रिय है. इसे कृष्ण तुलसी के नाम से भी जाना जाता है.
राम तुलसी- राम तुलसी का पत्ता हरे रंग का होता है. साथ ही यह तुलसी भगवान राम को अति प्रिय है. इसलिए इसे राम तुलसी के नाम से जाना जाता है. राम तुलसी के पत्ते मीठे होते हैं. इस तुलसी को घर में लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इसे घर में लगाने से सुख समृद्धि आती है.
श्वेत तुलसी– श्वेत तुलसी को विष्णु तुलसी के नाम से भी जाना जाता है. इस तुलसी के पौधे में पुष्प आते हैं, जो सफेद रंग के होते हैं. इसी वजह से इसे श्वेत तुलसी कहा जाता है. इसका इस्तेमाल भगवान विष्णु की पूजा में किया जाता है.
नींबू तुलसी- नींबू तुलसी के पेड़ की पत्तियां नींबू के पेड़ की तरह होती हैं. इसे प्रहल्दा तुलसी के नाम से भी जाना जाता है.
वन तुलसी– वन तुलसी जंगल तुलसी होती है. इसी वजह से इसे जंगली तुलसी भी कहते हैं. इसकी पत्तियां बरबरी होती है.