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बैंक से संबंधित कार्यों को निपटाने में उपभोक्ताओं को हो सकती है परेशानी, आज से 3 दिन तक बंद रहेंगे बैंक

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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल समेत देश के 20 राज्यों के तकरीबन 91 जिलों में आगामी चार दिनों के दौरान बैंक से संबंधित कार्यों को निपटाने में उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी हो सकती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि शुक्रवार 12 अप्रैल छोड़कर अगले तीन दिन तक बंद रहेंगे। इस कड़ी में यूपी-बिहार समेत देश के 20 राज्यों के तकरीबन 91 जिलों में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदान के चलते 11 अप्रैल को बैंक बंद रहेंगे, जबकि शुक्रवार 12 अप्रैल को बैंक खुलेंगे। इसके ठीक अगले दिन यानी 13 अप्रैल यानी शनिवार को रामनवमी के चलते छुट्टी रहेगी, जिससे बैंक बंद रहेंगे। वहीं, अगले दिन रविवार होने से बैंक बंद हैं। वहीं, बैंक से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 12 अप्रैल को बैंक तो खुलेंगे, लेकिन कर्मचारियों की कमी के चलते ग्राहकों को लेन-देन व बैंक संबंधी कार्यों में परेशानी का उठानी पड़ सकती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि 11 अप्रैल को चुनाव ड्यूटी के चलते अगले दिन यानी 12 अप्रैल को बैंक में कर्मियों की उपस्थिति काफी कम रहेगी, क्योंकि नियमत: जो कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर होते हैं उनकी अगले दिन छुट्टी होती है। बता दें कि गाजियाबाद में ही 354 बैंक शाखाएं करीब तीन हजार स्टाफ की कमी से जूझ रही हैं। वहीं, डेढ़ हजार से अधिक महिला बैंककर्मी मैटरनिटी अवकाश पर हैं। इसके चलते ग्राहकों को रुपयों के लेन-देन से लेकर बैंक संबंधी कार्यों में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या अगले पांच दिन ज्यादा रहने वाली है। आम चुनाव के चलते अधिकांश बैंककर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है, जो 10 अप्रैल सुबह से ही अपनी टीम के साथ बूथों के लिए रवाना हो चुके हैं। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने 10 अप्रैल को सरकारी बैंकों के लिए अवकाश घोषित किया है। बैंक कर्मचारी 11 अप्रैल को मतदान कराने में व्यस्त रहेंगे। मतदान के बाद इवीएम व वीवी पैट जमा करने में देर रात होना तय है। कर्मचारी अगले दिन यानि 12 अप्रैल को अपने बैंक कार्य पर आने की उम्मीद बेहद कम रहेगी। इसके बाद 13 को रामनवमी और 14 अप्रैल को रविवार होने के चलते बैंक बंद रहेंगे। व्यवसायी राजेंद्र गुप्ता कहते हैं कि चुनाव के समय बैंकिग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र के कर्मियों की चुनावी ड्यूटी लगाई जाती है। सरकार को इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। चुनाव को लेकर चपरासी से लेकर अधिकारियों तक की ड्यूटी लगा दी गई है। इसका असर कामकाज पर पड़ना लाजमी है। तमाम सरकारी विभागों के साथ ही सरकारी बैंककर्मियों के लिए भी फरवरी में चुनाव ड्यूटी सूची भेजी गई थी। इनमें आइडीबीआई बैंक की शाखाएं भी शामिल थी, लेकिन आइडीबीआइ बैंक कर्मचारी अब चुनाव में ड्यूटी नहीं करेंगे। इसके लिए आरबीआई से मिली गाइडलाइन के आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने गत 14 मार्च 2019 को उक्त बैंक को गैर सरकारी वित्तीय संस्थान घोषित कर दिया था। इसका हवाला देते हुए कहा गया है कि चुनाव में सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने के निर्देश हैं। इस बारे में राजनगर आइडीबीआई बैंक शाखा की प्रबंधक ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि जिला प्रशासन की ओर से हमारे बैंककर्मियों की चुनाव ड्यूटी से हटा दिया गया है।एसएन मिश्र (लीड बैंक मैनेजर) का कहना है कि बैंकों के बंद रहने जैसी कोई बात नहीं है। चूंकि चुनाव है, लिहाजा जिला प्रशासन की ओर से इस बार बैंक कर्मियों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके लिए जो भी प्रक्रिया है, उसमें कर्मी भाग ले रहे हैं। जो निर्धारित अवकाश हैं, उसी दिन बैंक बंद रहेगा। बाकी दिन बैंकों में कर्मियों की कमी दिख सकती है। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए विभागीय अधिकारी को लिखा गया है। लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए एटीएम में पर्याप्त कैश की व्यवस्था कराई गई है। पहले चरण में गौतमबुद्ध नगर-गाजियाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों 11 अप्रैल को मतदान होगा। पहले चरण में वेस्ट यूपी की 8 सीटों के अलावा आंध्र प्रदेश की 25, अरुणाचल प्रदेश की 2, असम की 5, बिहार की 4, छत्तीसगढ़ की 1, जम्मू-कश्मीर की 2, महाराष्ट्र की 7, मणिपुर की 1, मेघालय की 2, मिजोरम की 1, नगालैंड की 1, ओडिशा की 4, सिक्किम की 1, तेलंगाना की 17, त्रिपुरा की 1, उत्तराखंड की 5, पश्चिम बंगाल की 2, अंडमान एंड निकोबार की 1, लक्षद्वीप की 1 सीट शामिल है। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में 11 अप्रैल को विधानसभा चुनावों के लिए भी मतदान होगा। ऐसे में इन जगहों पर सार्वजनिक अवकाश भी रहेगा और बंद रहेंगे।