यूपी
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों लगातार उलटफेर का दौर चल रहा है। अपनी पार्टी को एकत्रित और मजबूत बनाने में भाजपा बाजी मारती दिख रही है। आए दिन लगातार विपक्षी पार्टियों के खेमे में सेंध लगाने का काम कर रही है। इसी बीच भाजपा ने संगठन में बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने उत्तर प्रदेश के कई सांसदों को केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची में जगह दी है, हालांकि सबसे ज्यादा चर्चा राज्य के MLC और पार्टी के मुस्लिम चेहरा तारिक मंसूर की हो रही है। तारिक मंसूर अभी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के विधान परिषद सदस्य हैं।
आपको बता दें कि भाजपा के द्वारा जारी की गई नई सूची के लिस्ट में जो नाम सामने आए हैं वो चौकाने वाले हैं। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा यूपी में पार्टी के एमएलसी तारिक मंसूर की है। तारिक मंसूर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति भी रहे चुके हैं। उन्हें नयी टीम में शामिल करने के फैसले को पसमांदा मुसलमानों के लिए पार्टी की पहल का हिस्सा माना जा रहा है। दरअसल, देश में बीजेपी पसमांदा मुस्लिमों पर खास फोकस कर रही है। पार्टी इसके लिए कई मोर्चों पर तैयारी में लगी हुई है। पार्टी का लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव में इन वोटर्स में बड़ी सेंधमारी करने का है। माना जा रहा है कि इसको ध्यान में रखते हुए तारिक मंसूर को पार्टी ने दिल्ली से टास्क सौंपा है।
हर मोर्चे पर तैयारियों को तेज कर रही पार्टी
आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने हर मोर्चों पर तैयारी तेज कर दी है. पार्टी ने इसके लिए केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची जारी कर राष्ट्रीय पदाधिकारियों के नामों का एलान कर दिया है। इस सूची में पार्टी ने तारिक मंसूर के अलावा राज्य के कई और बड़े चेहरों को जगह दी है। पार्टी ने महिला नेता के तौर पर सांसद रेखा वर्मा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। इसके अलावा तारिक मंसूर और सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भी पार्टी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं राष्ट्रीय महामंत्री की सूची में सांसद अरुण सिंह और सांसद राधामोहन अग्रवाल को जगह मिली है। जबकि पार्टी ने सांसद सुरेंद्र सिंह नागर को राष्ट्रीय सचिव और राजेश अग्रवाल को कोषाध्यक्ष बनाया है। बता दें कि बीजेपी ने आगामी चुनाव को लेकर लगातार मंथन कर रही है। पार्टी के आलाकमान आने वाले दिनों में और बड़े फैसले ले सकता है।