महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में सियासी खींचतान बढ़ने के आसार हैं। दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) लगातार 'दादा' पवार को मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर दिखा रहा है। हाल ही में वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने भी इसी तरह के संकेत दे दिए। उन्होंने कहा कि कभी न कभी तो अजित पवार सीएम बनेंगे। अब उनका बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब कुछ दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया था कि अजित मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।
पटेल का कहना है कि अजित पार्टी के बड़े चेहरे हैं और लगन से काम करने वालों को नेतृत्व करने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा, 'जो लोग काम करते हैं, उन्हें आज, कल या उसके बाद मौका मिलता ही है। कई लोगों को मौका मिला। भले ही आज नहीं, कल नहीं, भविष्य में कभी भी अजित दादा को भी मिलेगा। हम इस दिशा में आगे काम करेंगे।'
क्या हुई थी डील?
एक मीडिया रिपोर्ट में एनसीपी सूत्रों के हवाले से कहा गया, 'भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अजित पवार को बढ़ाकर सीएम बनाने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने विधायकों और लोकसभा में सांसदों के समर्थन की संख्या की शर्त रखी थी। इसके अलावा कहा था कि एनसीपी चीफ शरद पवार या तो उन्हें खुलकर समर्थन देंगे, नहीं तो सामान्य रहेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'भाजपा ने भी एनसीपी के बचे मंत्रियों को मंत्रालय देने की तैयारी की है।' उन्होंने एनसीपी के दो नेताओं को केंद्रीय मंत्री बनाने की बात भी कही है।
फडणवीस ने क्या कहा था?
फडणवीस ने कहा कि अजित पवार इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और दो जुलाई से पहले हुई बैठकों के दौरान उन्हें यह बात बता दी गई थी, तब अजित पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) गुट को महाराष्ट्र सरकार में शामिल किया गया था। फडणवीस ने विधान भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, 'महायुति (महागठबंधन) में सबसे बड़ी पार्टी के नेता के तौर पर, मैं आपको आधिकारिक तौर पर बता रहा हूं कि अजित पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।' उन्होंने जोर देकर कहा कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने रहेंगे और इस बाबत कोई बदलाव नहीं होगा। फडणवीस ने यह भी दावा किया कि सत्ता-बंटवारे के फॉर्मूले के बारे में अजित पवार को स्पष्ट तौर पर बता दिया गया था और वह इस पर सहमत हुए थे। उन्होंने कहा, 'वह (अजित) न केवल इस पर सहमत हुए बल्कि अपने भाषण में यह भी स्पष्ट कर दिया कि महाराष्ट्र में नेतृत्व बदलने पर कोई चर्चा नहीं हुई है।'
पृथ्वीराज चव्हाण ने किया था दावा
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि भाजपा आलाकमान ने 10 अगस्त को अजित को सीएम बनाने का फैसला कर लिया है। उन्होंने दावा किया थआ कि भाजपा सीएम शिंदे के चेहरे के साथ 2024 लोकसभा चुनाव में जाने की उम्मीद नहीं कर रही है।