बिलासपुर
अकलतरा स्टेशन में मालगाड़ी बेपटरी होने के बाद तीन लाइन अप, डाउन व मिडिल में ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया था। इसके चलते ट्रेनों को ट्रैक देखकर अलग- अलग स्टेशनों में रोका गया। रात करीब एक बजे अप लाइन को सामान्य किया। इसके बाद थमें ट्रेनों के पहिए थमे। वहीं 24 घंटे बाद डाउन लाइन सामान्य हो गया। लेकिन, मिडिल लाइन अभी भी बंद है। जिस पर काम जारी है।इस घटना की वजह से शुक्रवार को भी ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। 08734/08733 बिलासपुर-गेवरा रोड मेमू स्पेशल , 08738/08737 बिलासपुर-रायगढ़ मेमू स्पेशल नहीं चली। वहीं 18237 कोरबा से अमृतसर जाने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस कोरबा- बिलासपुर के बीच रद रही।
घटना यार्ड के पाइंट पर हुई,पाइंट उसे कहते हैं, जहां से ट्रेनें अलग- अलग लाइन पर जाती है। अक्सर बेपटरी होने की घटना, तभी होती है, जब पाइंट में तकनीकी खराबी हो। जैसे ही पता चला कि एक खाली मालगाड़ी के 9 वैगन एक बाद एक पटरी से उतर गए, रेलवे में हडकंप मच गया। सुपरवाइजर स्तर पर तो टीम बनाकर वजह जानने के लिए जांच भी शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ घटना के कारण मुंबई- हावड़ा मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया। रात में ही अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके अलावा कर्मचारी व क्रेन से लेकर अन्य मशीनरी, जिसकी मदद से उतरे वैगनों को वापस पटरी पर लाया जा सकता है, उन सभी की मदद ली गई। इसके कारण रात एक बजे के कारण अप लाइन के सामान्य होते ही ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका। अब डाउन लाइन के खुलने से ट्रेनों के परिचालन में दिक्कत कम आ रही है।
इस घटना की वजह से शुक्रवार को भी ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। 08734/08733 बिलासपुर-गेवरा रोड मेमू स्पेशल, 08738/08737 बिलासपुर-रायगढ़ मेमू स्पेशल नहीं चली। वहीं 18237 कोरबा से अमृतसर जाने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस कोरबा- बिलासपुर के बीच रद रही। यह ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन से अमृतसर से रवाना हुई। इसके कारण जिन यात्रियों का कोरबा से रिजर्वेशन था, उन यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कुछ यात्रियों के सफर से वंचित होने की सूचना भी सामने आई। सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसे यात्रियों को दूसरी ट्रेन में सफर करने की सुविधा नहीं दी गई। जिसके चलते यात्रियों में नाराजगी भी दिखी।