भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए राजनितिक दलों ने अपनी चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश स्तर के साथ ही अब राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने प्रदेश में दौरे शुरू कर दिए है। गृहमंत्री अमित शाह भी पूरी तरह से प्रदेश में सक्रिय हो चुके हैं। राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे कार्यकर्ताओं की नाराजगी के फिडबैक के बाद उनकी सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है।
कार्यकर्ताओं में जीत का जोश भरने के लिए अमित शाह 30 जुलाई को इंदौर में बूथ कार्यकर्ताओं से रूबरू हाेंगे। भाजपा भी शाह के दौरे से अपने बूथ कार्यकर्ताओं को सक्रिय करेगी, क्योंकि भाजपा के चुनाव जीत का दारोमदार बूथ कार्यकर्ता पर ही होता है, इसलिए इंदौर संभाग के पुराने सक्रिय बूथ कार्यकर्ताओं को फिर से एक्टिव किया जाएगा। इन कार्यकर्ताओं की सूची बनाकर जल्द ही इनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता बैठक कर इनकी नाराजगी दूर करेंगे।
29 जुलाई को शाम करीब 7 बजे भोपाल आएंगे
केन्द्रीय गृह मंत्रालय को भेजे गए प्रोग्राम के मुताबिक अमित शाह 29 जुलाई को शाम करीब 7 बजे भोपाल आएंगे और बीजेपी की कोर टीम के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। 18 दिनों में हो रही तीसरी बैठक में वे पिछली दो बैठकों में दिए गए टास्क का फॉलोअप भी लेंगे। जिन समितियों का गठन होना है, उनकी स्टेटस रिपोर्ट लेने के साथ ही इस बात पर भी इस बार चर्चा होगी कि किस क्षेत्र में किन नेताओं की सभाएं करानी हैं। बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की मानें तो इस बार के चुनाव में मप्र के क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों को देखते हुए नेताओं के दौरे बनेंगे। रैली, रोड और सभाओं को लेकर भी कैलेंडर बनाने पर भी चर्चा होगी।
जानापाव से ब्राह्मणों को साधने की कोशिश
अमित शाह 29 जुलाई की रात भोपाल में रुकने के बाद अगले दिन सुबह इंदौर जिले में स्थित भगवान परशुराम जन्मस्थली पहुंचकर उन्हें नमन करेंगे। जानापाव से अमित शाह ब्राह्मण वर्ग को साधने की कोशिश करेंगे। हाल ही में मप्र में हुए ब्राह्मण वर्ग, पुजारियों के सम्मेलनों में उठे मुद्दों और सरकार से कुछ मामलों में असंतोष को देखते हुए अमित शाह जानापाव जाकर ब्राह्मण वर्ग को साधने की कोशिश करेंगे।
इंदौर में सिलेक्टेड सौ वर्कर्स से करेंगे चर्चा
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जानापाव से लौटने के बाद इंदौर संभाग के मंत्री, विधायक, सांसद, प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों सहित चुनिंदा सौ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में अमित शाह इंदौर संभाग की मौजूदा परिस्थितियों और राजनैतिक हालातों को लेकर चर्चा करेंगे। इस बैठक की फीडबैक रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी।
समितियां नहीं हो पा रहीं फाइनल
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुनावी लिहाज से बनने वाली समितियों और जिला प्रभारियों की लिस्ट जल्दी फाइनल करने को कहा था, लेकिन समितियों में जिन्हें शामिल किया जा रहा है उनमें से कई नेता टिकट की रेस में और चुनावी लड़ाई में खुद को शामिल रखने के इच्छुक हैं। वहीं काम के हिसाब से लोगों की कार्यकुशलता और अनुभव को भी देखा जा रहा है। इस वजह से अब तक लिस्ट जारी नहीं हो पाई है।