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नीतीश कैबिनेट विस्तार पर कहां फंस रहा पेच? कांग्रेस के सब्र का बांध टूट रहा

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बिहार
  बिहार में नीतीश कैबिनेट के विस्तार पर पेच अभी फंसा ही हुआ है। कांग्रेस लंबे समय से दो नए मंत्री बनाने की मांग कर रही है। सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि समय आने पर मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। हालांकि, उनके इस जवाब से कांग्रेस के सब्र का बांध टूटता जा रहा है। पार्टी का कहना है कि यह काम जल्द से जल्द हो जाए तो बेहतर होगा। मगर सियासी गलियारों में कैबिनेट विस्तार को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। सवाल उठ रहा है कि आखिर है कि नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार पर आखिर पेच कहां फंस रहा है।

संभावित कैबिनेट विस्तार में आरजेडी और कांग्रेस से दो-दो नए मंत्री बनाए जाने के आसार हैं। कांग्रेस विधायकों की संख्या के आधार पर लंबे समय से दो और मंत्री पद की मांग कर रही है। वहीं, आरजेडी के दो नेता सुधाकर सिंह और कार्तिक सिंह ने पूर्व में कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था, आगामी विस्तार में उनकी जगहों को भरा जाएगा।

नए मंत्रियों के नामों पर नहीं बन रही सहमति!
सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन में नए मंत्रियों के नामों पर अब तक सहमति नहीं बन पाई है, इसी वजह से कैबिनेट विस्तार में देरी हो रही है। आरजेडी और कांग्रेस ने अभी तक अपने नेताओं के नाम फाइनल करके नहीं दिए हैं। सीएम नीतीश ने लालू यादव से कहा है कि आरजेडी से किसी दागी चेहरे को कैबिनेट में जगह न दी जाए, इस पर भी पेच फंसा हुआ है। वहीं, कांग्रेस से कम से कम एक सवर्ण नेता को कैबिनेट में जगह दिए जाने की संभावना है।

नीतीश बोले- समय आने पर हो जाएगा कैबिनेट विस्तार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बीते बुधवार को मीडिया से बातचीत में पूछा गया कि बिहार में कैबिनेट विस्तार कब होगा। इस पर सीएम नीतीश ने कहा कि समय आने पर विस्तार कर दिया जाएगा। महागठबंधन सरकार में कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इस बारे में ये ही आपको बता देंगे।

कांग्रेस के सब्र का बांध टूट रहा
दूसरी ओर, कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी की वजह से कांग्रेस के सब्र का बांध टूटता हुआ नजर आ रहा है। कांग्रेस कई महीनों से दो नए मंत्री बनाने की मांग कर रही है। 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक के दौरान भी राहुल गांधी ने इस मुद्दे को सीएम नीतीश और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सामने उठाया था। हालांकि, इसके बावजूद अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार पर फैसला नहीं हो पाया है।