आगरा
आगरा के दयालबाग की सीमा के फोन पर लगातार एक नंबर से फोन आ रहा था, जिस पर उसे बताया जा रहा था कि उसके नंबर पर लाखों रुपए का ईनाम खुला है। अगर उसे यह ईनाम चाहिए तो टीडीएस जमा करके वो ईनाम ले सकती है। अकाउंट का नंबर भी दिया गया, जिस पर सीमा को टीडीएस के नाम पर 45 हजार रुपए जमा करने को कहा गया। सीमा ने अपने पति को ये बात बताई तो उसने उसी नंबर पर कॉल करके ईनाम के विषय में जानकारी ली।
संतुष्ट होने के बाद उसने यह धनराशि बताए गए अकाउंट में जमा कर दी। धनराशि जमा करने के बाद सीमा और उसके पति ने उस नंबर पर कई बार कॉल किया, लेकिन वो नंबर फिर कभी नहीं मिला। आगरा की सीमा ही नहीं, पूरे देश में फोन पर लाखों लोग इसी तरह के फ्रॉड के शिकार हो चुके हैं। हालांकि, अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से और कोई ऐसे सीमा या आशा फ्रॉड का शिकार नहीं बनेगी।
यह एआई असिस्टेंट ऐसा इनोवेशन है जो मशीन लर्निंग और क्लाउड टेलीफोनी के द्वारा सबसे उपयोगी कॉल स्क्रीनिंग समाधान उपलब्ध कराता है। क्लाउड टेलीफोनी या क्लाउड कॉलिंग एकीकृत संचार सेवा है जो तीसरे पक्ष के होस्ट के जरिये ध्वनि संचार सेवाएं प्रदान कराती है।
कौन कॉल कर रहा
एआई असिस्टेंट के जरिये आप कॉलर क्या कह रहा है, उसका लाइव ट्रांसक्रिप्शन स्क्रीन पर देख सकते हैं और जान सकते हैं कॉलर कौन है और वह आपको क्यों कॉल कर रहा है। आप यह फैसला ले सकते हैं कि आपको यह फोन सुनना है या नहीं। आप एक टैप के साथ कॉलर से अधिक जानकारी ले सकते हैं या चाहें तो स्पैम भी मार्क कर सकते हैं।