बरेली
हनीट्रैप के शिकार बरेली के आयुर्वेद चिकित्सक की मौत के मामले को कोर्ट ने हत्या का मामला मानते हुए अभियुक्त हिमांशी शर्मा की रिमांड को मंजूरी दी है। इस केस में हत्या के साथ ही आईटी एक्ट समेत अन्य धाराएं बढ़ाई गई हैं। बता दें कि मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने आत्महत्या को उकसाने की धारा बढ़ाने के लिए एसीजेएम रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में रिमांड अर्जी लगाई थी।
पिछले साल चार दिसंबर को इस मामले में थाना सुभाषनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बीडीए कॉलोनी करगैना निवासी आयुर्वेद चिकित्सक 16 अक्तूबर को अपनी क्लीनिक पर बैठे थे। तभी प्रिया गंगवार समेत दो लड़कियां नौकरी के लिए उनके पास पहुंचीं और बात करके चली गईं। 20 अक्तूबर को उनमें से एक लड़की ने अपनी मम्मी की तबीयत खराब होने के बहाने आयुर्वेद चिकित्सक को देखने को बुलाया। फिर उन्हें एक घर में बंधक बनाकर अश्लील हरकतें करते हुए आपत्तिजनक चीजें रखकर वीडियो बना लिया।
साथियों की मदद से ब्लैकमेल कर उनका एटीएम कार्ड छीनकर उससे 50 हजार निकाल लिए। इसके बाद आरोपी 50 हजार रुपये लेने उनके घर भी पहुंच गए। इस मामले में प्रिया गंगवार, उसकी साथी लड़की, मौसी मधु और दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस घटना के कुछ दिन बाद सदमे के चलते आयुर्वेद चिकित्सक की मौत भी हो गई। 20 जुलाई को सुभाषनगर पुलिस ने इस मामले में प्रिया गंगवार की साथी बदायूं के थाना बिसौली के गांव गुलड़िया निवासी हिमानी शर्मा को जेल भेजा था।
बयान के आधार पर बताई केस की गंभीरता
सोमवार को विवेचक एसआई वीरेंद्र सिंह ने मुकदमे से रंगदारी की धारा हटाने और आत्महत्या को उकसाने व मृत्यु का भय दिखाकर वसूली की धारा में हिमानी का रिमांड बनाने को अर्जी लगाई। इस पर मंगलवार को कोर्ट ने हिमानी को जेल से तलब किया और विवेचना में दर्ज आयुर्वेद चिकित्सक के परिवार वालों के बयान व परिस्थितियों के आधार पर इसे पर हत्या का मामला माना। बयान में परिजन ने कहा था कि आरोपी जानते थे कि वह गंभीर बीमार हैं, फिर भी उन्हें ब्लैकमेल किया, जिससे मौत हो गई।
पर्यवेक्षण अधिकारी ने नहीं किया कर्तव्य पालन
एसीजेएम रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट ने अपने आदेश में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करने और उसकी विवेचना में लापरवाही बरतने का मामला बताया।
मदद के बहाने फंसाकर युवक से मांगी रंगदारी
बारादरी क्षेत्र निवासी युवक ने थाना कैंट में जून में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि उसके दोस्त ने अपनी फुफेरी बहन को घर छोड़ने के लिए कहा। वह उसे छोड़ने चला गया। युवती ने घर पहुंचने पर उसे अंदर आने को कहा। इस दौरान अपने साथियों की मदद से युवती ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया और फिर तीन लाख रंगदारी मांगी गई।
पीलीभीत के एसओ को भी अश्लील कॉल से फंसाया
पिछले महीने थाना बारादरी में एक महिला ने पीलीभीत में तैनात एसओ राजेंद्र सिंह सिरोही पर फोन पर अश्लील वीडियो कॉल करने का आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। एसओ इस मामले में सस्पेंड हो चुके हैं। अब महिला अपने आरोपों से मुकर गई है और एसओ पर कार्रवाई न कराने की बात कह रही है। इसके बाद इस गिरोह में फूट पड़ गई।