रायपुर। नक्सल हमले में एक बार फिर अलर्ट को नजरंदाज करने का मामला सामने आया है। अक्सर नक्सल हमलों के बाद यह बात सामने आती है कि अलर्ट पहले से किया गया था अगर उस पर अमल किया गया होता तो शायद इस तरह की घटना न घटती। ठीक उसी तरह से ही दंडेवाड़ा के श्यामगिरी में हुए नक्सली हमले में मामला सामने आया है। नक्सल आॅपरेशन डीजी गिरधारी नायक का कहना है कि दंतेवाड़ा के विधायक भीमा मंडावी को पहले ही अलर्ट किया गया था कि कुआकोंडा थाना क्षेत्र के नकुलनार-बचेली शार्टकट मार्ग के रास्ते से आप ना जाए, लेकिन मंडावी उसी रास्ते से गुजरे। इसके अलावा स्थानीय थाना प्रभारी ने भी अलर्ट किया था। यदि वो नक्सल आॅपरेशन के डीजी के निर्देशों को मान गए होते तो यह हादसा होने से टल गया होता।