जयपुर
राजस्थान में विधानसभा चुनाव साल के अंत होने हैं। अब तय हो गया है कि बीजेपी बिना सीएम के चेहरे ही चुनावी मैदान में उतरेगी। बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी ही चुनाव में चेहरा होंगे। पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा। चुनाव के बाद पार्टी का संसदीय बोर्ड मुख्यमंत्री का चेहरा तय करेगा। बता दें, वसुंधरा राजे समर्थक लंबे समय से सीएम फेस घोषित करने की मांग करते रहे हैं। जबकि वसुंधरा राजे के धुर विरोधी कैंप के नेता इस मांग का विरोध करते रहे हैं। प्रदेश की राजनीति में वसुंधरा राजे के धुर विरोधी माने जाने वाले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कहते रहे हैं कि चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। जबकि वसुंधर राजे समर्थकों का कहना है कि राजे 36 कौम के नेता है। उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करते तो पार्टी को फायदा मिलता। सियासी जानकारों का कहना है कि सीएम फेस के मुद्दे पर वसुंघरा राजे का विरोधी धड़ा उन पर भारी पड़ गया है। यहीं वजह है कि पार्टी पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी।
वसुंधरा राजे को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
राजस्थान बीजेपी में लंबे समय निष्क्रिय रही वसुंधरा राजे इन दिनों पार्टी के हर कार्यक्रम में दिखाई दे रही है। वसुंधरा राजे की सक्रियता से विरोधी धड़ा चौकन्ना हो गया है। पिछले दिनों जेपी नड्डा और अमित शाह राजस्थान के दौरे पर आए थे। दोनों ही नेताओं ने वसुंधरा राजे को तवज्जो दी थी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव से पहले वसुंधरा राजे के पार्टी बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। वसुंधरा राजे भी काफी प्रफुल्लित दिखाई दे रही है। वसुंधरा राजे के एक समर्थक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि राजस्थान में वसुंधरा राजे ही बीजेपी है। बीजेपी ने पिछले दो विधानसभा चुनाव वसुंधरा राजे के चेहरे को आगे करके ही जीते थे। लेकिन आलाकमान इस बार गलती कर रहा है। हमें वसुंधरा राजे के चेहरे को आगे करके ही चुनाव में जाना चाहिए।
शेखावत बोले- राठौड़ को राज दिला दो
उल्लेखनीय है कि राजस्थान बीजेपी में केंद्रीय मंत्री शेखावत और वसुंधरा राजे के बीच 36 का आंकड़ा रहा है। केंद्रीय मंत्री शेखावत का हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें शेखावत कहते हुए दिखाई दे रहे है कि नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ को राज दिला दो। सियासी जानकारों का कहना है कि शेखावत सीएम फेस के लिए राजेंद्र सिंह राठौड़ का नाम आगे कर रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि शेखावत अपने विभाग की गतिविधियों पर बहुत कम बोलते हैं, लेकिन उनके सारे ट्वीट और भाषण गहलोत सरकार के खिलाफ होते हैं। शायद यह दिखाना चाहते है कि राजस्थान बीजेपी के मुखिया वही है। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान में बीजेपी सत्ता में आती है तो गजेंद्र सिंह शेखावत की भूमिका अहम हो जाएगी।
कांग्रेस में भी खींचतान
राजस्थान में बीजेपी की तरह कांग्रेस भी बिना मुख्यमंत्री के चेहरे ही चुनाव लड़ रही है। सीएम गहलोत के चेहरे के आधार पर चुनाव नहीं लड़ा जाएगा। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सीएम गहलोत की चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे, लेकिन केसी वेणुगोपाल ने साफ कर दिया कि पार्टी में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की परंपरा नहीं रही है। सियासी जानकारों का कहना है कि सचिन पायलट कैंप के दबाव में कांग्रेस आलाकमान ने यह निर्णय लिया है। पायलट कैंप को इस बात कपर एतराज था कि सीएम गहलोत को चौथी बार सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाए। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सीएम फेस को आगामी दिनों में दोनों ही दलों में बयानबाजी हो सकती है।