काबुल
अफगानिस्तान की सरकार को यह मंजूर नहीं कि महिलाएं सजे-संवरें। इसके लिए सरकार ने सभी ब्यूटी पार्लरों पर ताला लगा दिया है। अब सरकार की ओर से इसकी वजह बताई गई है। सरकार के पाप और पुण्य मंत्रालय (वह मंत्रालय जो बताता है कि धर्म के अनुसार महिलाओं और पुरुषों को किस तरह के कपड़े पहनने चाहिए और कैसा आचरण करना चाहिए) ने कहा है गाइडलाइन्स का पालन नहीं किया जा रहा था, जिसके चलते यह फैसला लेना पड़ा।
मंत्रालय ने कहा कि गाइडलाइन्स चार महीने पहले महिला ब्यूटी पार्लर को भेजे गए थे, लेकिन उनके द्वारा इसका पालन नहीं किया गया। गाइडलाइन्स में कहा गया था कि ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली महिलाओं को नमाज के समय काम छोड़कर नमाज पढ़ना होगा। हिजाब पहनना होगा। महिलाओं को मेकअप करने से पहले वजू करना होगा। हर महिला ब्यूटी पार्लर में वजू के लिए जगह उपलब्ध करानी होगी। महिला मेकअप आर्टिस्टों को ग्राहकों के घर जाने की इजाजत नहीं है।
पाप और पुण्य मंत्रालय के प्रवक्ता बोले- नहीं किया जा रहा था गाइडलाइन्स का पालन
पाप और पुण्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद आकिफ महाजर ने कहा कि हमने उन्हें कई महीनों तक मौका दिया, लेकिन दिशानिर्देशों को पूरा नहीं किया गया। इसलिए उन्हें बंद कर दिया गया। वहीं, महिला ब्यूटी पार्लर संघ ने कहा कि महिलाओं के ब्यूटी सैलून द्वारा गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है या नहीं इसकी निगरानी के लिए मंत्रालय के पास कोई योजना नहीं थी। इसलिए उन्होंने महिला ब्यूटी पार्लर बंद करने का आदेश जारी किया।
ब्यूटी सैलून संघ की प्रमुख मीना सुल्तानी बोलीं-बंद नहीं होने चाहिए सैलून
काबुल में महिला ब्यूटी सैलून संघ की प्रमुख मीना सुल्तानी ने कहा कि उन्होंने हमें बताया कि आपके यहां टैटू नहीं बनवाना चाहिए। सैलून में ग्राहकों को हिजाब के बिना नहीं रहना चाहिए। हम इनका पालन कर रहे थे। हम मुस्लिम हैं। हम नमाज पढ़ते हैं। ग्राहक से अधिक पैसा भी नहीं लेते। महिला मेकअप कलाकारों ने कहा कि वे तालिबान द्वारा दिए गए किसी भी गाइडलाइन्स का पालन करेंगी, लेकिन उनकी दुकानें बंद नहीं होनी चाहिए।