अलीराजपुर
सोने के सिक्के चोरी करने के आरोप में घिरे अलीराजपुर जिले के सोंडवा थाना क्षेत्र के टीआई विजय देवड़ा और तीन अन्य पुलिसकर्मियों ने यदि पुलिस रेग्युलेशन का पालन किया होगा तो वे इस मामले में बच सकते हैं। हालांकि इन दिनों पुलिस महकमे में पुलिस रेग्युलेशन का पालन इतनी आसानी से नहीं किया जाता है। इस मामले में एसपी अलीराजपुर हंसराज सिंह ने एसआईटी बनाई है। जो एएसपी के नेतृत्व में काम करेगी। इसमें पांच पुलिस अफसरों को रखा गया है। एसपी ने बताया कि इसमें हर बिंदु पर जांच की जाएगी। रोजनामचा के अलावा थाने के सीसीटीवी कैमरा और सीसीटीएनएस का रिकॉर्ड चेक किया जाएगा।
यह किया जाता है छापा मारने के दौरान
पुलिस रेग्युलेशन के तहत किसी ठिकाने पर छापा डालने से पहले कुछ प्रक्रिया का पालन पुलिस को करना अनिवार्य है। जिसमें रोजनामचा में विस्तार से सर्च को लेकर लिखा जाता है। जिसमें यह बताया जाता है कि कहां तलाशी करना है और क्या तलाश करना है। इसके बाद तलाशी भी गवाह के सामने करना होती है। मौके पर कुछ जब्त होने पर शून्य जब्ती पंचनामा बनाया जाता है। इसके साथ ही जहां पर तलाशी ली गई वहां रहने वाले और पंच गवाहों के हस्ताक्षर जप्ती पत्रक पर करवाने होते हैं। जिसकी एक प्रति घर वालों को दी जाती है। सर्च के बाद वापसी पर रोजनामचे में पूरी कार्यवाही दर्ज की जाती है। अब नई व्यवस्था के चलते शून्य पर जब्ती पंचनामा सीसीटीएनएस में अपलोड करना होता है।
यह है मामला
अलीराजपुर जिले के सोंडवा थाना क्षेत्र के बैजडा गांव में पुलिसकर्मियों पर सोने के 240 सिक्के चोरी करने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया था। एसपी अलीराजपुर हंसराज सिंह ने टीआई विजय देवड़ा सहित तीन अन्य आरक्षक सुरेंद्र, राकेश और वीरेंद्र को निलंबित किया और मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। ग्रामीणों के मुताबिक गुजरात में मजदूरी के दौरान उन्हें सोने के सिक्के मिले थे, जिसे घर में जमीन में गाड़ दिए थे। इधर निलंबन की कार्रवाई के बाद टी आई विजय देवड़ा ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि हम चोर नहीं है, उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई देते हुए वीडियो जारी कर सफाई दी है। जिसमें उन्होंने मांग की है कि इस मामले की जांच अलीराजपुर के किसी भी अफसर से नहीं करवाई जाए।