नई दिल्ली
कांग्रेस ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि एमएसएमई क्षेत्र अभी तक नोटबंदी और जीएसटी के प्रभाव से उबर नहीं पाया है और इस क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए, जो युवाओं को रोजगार प्रदान कर सकता था।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री का सारा ध्यान केवल अपने चुने हुए पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने पर है। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले एमएसएमई को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। सरकार ने लोकसभा में खुद माना है कि पिछले तीन वर्षों में लगभग 20 हजार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम बंद हो गए हैं। यह अनुमान भी वास्तविकता से बहुत कम है।”
उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट संलग्न करते हुए कहा, “एमएसएमई क्षेत्र अभी तक नोटबंदी और जीएसटी के प्रभाव से उबर नहीं पाया है। सरकार द्वारा भी पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। यही कारण है कि जो क्षेत्र युवाओं को रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता था, देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता था, वह तथाकथित अमृत काल में अपने सबसे खराब चरण में है।”
कांग्रेस सरकार के नोटबंदी के कदम की आलोचना करती रही है, जब 2016 में 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी। इसने जीएसटी के दोषपूर्ण कार्यान्वयन के लिए भी सरकार की आलोचना की है।