नईदिल्ली
नए गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस की चर्चाएं शुरुआती दौर में हैं। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पद के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम का सुझाव देना शुरू कर दिया है। खास बात है कि यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ, जब कांग्रेस साफ कर चुकी है कि पद में दिलचस्पी नहीं है। मंगलवार को हुई बैठक के दौरान दल सीट शेयरिंग पर भी कोई चर्चा नहीं कर सके।
टीएमसी नेता शताब्दी रॉय ने खुद ही सीएम बनर्जी का नाम पीएम रेस में शामिल करा दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसे में '… हम चाहेंगे कि ममता बनर्जी हों।' दरअसल, थड़गे ने कहा था कि हम हमने लिए सत्ता नहीं चाहते हैं। मंगलवार को 26 दलों की ओर से सामूहिक संकल्प भी जारी कर दिया है।
कांग्रेस और ममता बनर्जी की जुगलबंदी
चुनाव और सियासी घटनाक्रमों को लेकर एक-दूसरे पर निशाना साधते नजर आ रहे टीएमसी और कांग्रेस बेंगलुरु में एकजुटता का प्रदर्शन करते दिखे। खबर है कि नए गठबंधन के नाम INDIA का सुझाव कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से दिया गया था, जिसपर सीएम बनर्जी से राय ली गई थी। अंत में टीएमसी सुप्रीमो की तरफ से ही नाम को सभी दलों के सामने रखा।
हालांकि, कहा यह भी जा रहा है कि सीएम कुमार समेत वाम दल के कुछ नेता इस पर असहमत नजर आए। इसी बीच जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, 'नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं। I.N.D.I.A सभी की सहमति से नाम दिया गया है। मैंने प्रधानमंत्री का एक वीडियो देखा था जिसमें वे कह रहे थे वोट फॉर INDIA… मैं भी 5 वर्ष NDA में रहा लेकिन मोदी जी ने कभी बैठक नहीं बुलाई। अब बैठक बुला रहे हैं यह घबराहट और हताशा है। 2024 में वे बुरी तरह पराजित होंगे।'
सीट शेयरिंग और पीएम पद पर फंसेगा पेच?
खास बात है कि मंगलवार को हुई बैठक के दौरान सीट शेयरिंग को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। खबरें थीं की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी लोकसभा सीटों पर विपक्ष की ओर से साझा उम्मीदवार उतारने का पक्ष रख रहे थे। कहा जा रहा था कि दल इस प्रस्ताव के समर्थन में भी थे, लेकिन अधिकांश ने इस मुद्दे पर खुलकर कुछ नहीं कहा। साथ ही गठबंधन के प्रमुख को लेकर स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं है। चर्चाएं थीं कि विपक्ष कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को गठबंधन की कमान सौंप सकता है।